दो साल की छुट्टी पर ईश्वरीय कण की खोज करने वाली मशीन
दो साल की छुट्टी के दौरान मशीन को और अधिक उन्नत किया जाएगा। इसे 14 टीईवी ऊर्जा पर प्रोटॉन विस्फोट के अनुकूल बनाया जाएगा।
जेनेवा, प्रेट्र। हिग्स बोसोन यानी ईश्वरीय कण की खोज करने वाली मशीन लार्ज हेड्रोन कोलाइडर (एलएचसी) को दो साल के लिए बंद किया गया है। एलएचसी का संचालन कर रही प्रयोगशाला सर्न के मुताबिक, एलएचसी को तीन दिसंबर को बंद किया गया। अब 2021 में पुन: इसका परिचालन शुरू होगा। इस छुट्टी के दौरान इसे अपग्रेड किया जाएगा। इससे पहले एलएचसी को 2013 से 2015 तक बंद रखा गया था।
सर्न ने अपने बयान में कहा कि प्रयोग के दूसरे दौर (2015-18) में एलएचसी ने उम्मीद से बेहतर नतीजे दिए। इस दौरान 13 टेरा इलेक्ट्रॉन वोल्ट (टीईवी) ऊर्जा पर करीब 1.6 करोड़ अरब प्रोटॉन-प्रोटॉन विस्फोट को अंजाम दिया गया। इसके अलावा 5.02 टीईवी ऊर्जा पर लेड-लेड विस्फोट का अध्ययन किया गया। इन प्रयोगों से कुल 30 करोड़ गीगाबाइट से ज्यादा का डाटा जुटाया गया है, जिसे सर्न की प्रयोगशाला में रखा गया है। वैज्ञानिकों ने बताया कि 1,000 साल तक लगातार 24 घंटे अगर सीधा वीडियो प्रसारण किया जाए, तब इतना डाटा इस्तेमाल हो सकता है।
फिलहाल वैज्ञानिक इनका अध्ययन कर रहे हैं। सर्न के डायरेक्टर फ्रेडरिक बोर्डी ने कहा, 'एलएचसी का दूसरा दौर पहले से ज्यादा प्रभावी रहा। इस दौरान हमने पांच गुना ज्यादा डाटा जुटाया।' सर्न ने 2012 में हिग्स बोसोन की खोज की थी। तब से वैज्ञानिक लगातार इस पर अध्ययन कर रहे हैं। सर्न के महानिदेशक फैबिओला जियानोती ने कहा, 'हिग्स बोसोन एक विशेष कण है, जो अब तक ज्ञात सभी कणों से अलग है। इसकी खूबियां भौतिकी के क्षेत्र में नए सिद्धांतों का रास्ता खोल सकती हैं।'
छुट्टी के दौरान होंगे कई सुधार
दो साल की छुट्टी के दौरान मशीन को और अधिक उन्नत किया जाएगा। इसे 14 टीईवी ऊर्जा पर प्रोटॉन विस्फोट के अनुकूल बनाया जाएगा। इस दौरान वैज्ञानिक जुटाए गए डाटा पर अध्ययन भी जारी रखेंगे। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि एलएचसी के प्रयोगों से ब्रह्माांड को समझने की नई दिशा मिल सकती है।