Pakistan Turkey Relation: तुर्की दौरे पर पीएम शहबाज शरीफ, पाकिस्‍तानी नौसेना को मिला तीसरा युद्धपोत PNS खैबर

पीएनएस खैबर MILGEM क्‍लास का तीसरा जंगी युद्धपोत है। इस युद्धपोत से पाकिस्‍तान और तुर्की के बीच संबंध और प्रगाढ़ होगा। शहबाज ने शुक्रवार को तुर्की के राष्‍ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के साथ मिलकर देश की नौसेना को तीसरा कोवर्ट युद्धपोत पीएनएस खैबर सौंपा है।

By AgencyEdited By: Publish:Sat, 26 Nov 2022 06:33 PM (IST) Updated:Sat, 26 Nov 2022 06:33 PM (IST)
Pakistan Turkey Relation: तुर्की दौरे पर पीएम शहबाज शरीफ, पाकिस्‍तानी नौसेना को मिला तीसरा युद्धपोत PNS खैबर
Pakistan Turkey Relation: तुर्की दौरे पर पीएम शहबाज शरीफ। एजेंसी।

इस्‍तानबुल, एजेंसी। पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Pakistan Prime Minister Shahbaz Sharif) इस समय तुर्की के दौरे पर है। प्रधानमंत्री शाहबाज के इस यात्रा पर तुर्की ने अपनी दोस्‍ती को निभाते हुए एक जंगी युद्धपोत देने का ऐलान किया है। तुर्की के इस युद्धपोत को शहबाज ने तुर्की से लांच किया। इस मौके पर शहबाज ने तुर्की के साथ रक्षा सहयोग को बढ़ाने की बात कही है।

PNS खैबर MILGEM क्‍लास का तीसरा जंगी युद्धपोत

पीएनएस खैबर MILGEM क्‍लास का तीसरा जंगी युद्धपोत है। इस युद्धपोत से पाकिस्‍तान और तुर्की के बीच संबंध और प्रगाढ़ होगा। शहबाज ने शुक्रवार को तुर्की के राष्‍ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के साथ मिलकर देश की नौसेना को तीसरा कोवर्ट युद्धपोत पीएनएस खैबर सौंपा है। इस युद्धपोत का निर्माण इस्‍तानबुल शिपयार्ड में हुआ है। शहबाज ने कहा कि इस करार से दोनों देशों के बीच रिश्‍ते और प्रगाढ़ होंगे और दोनों देशों के बीच आपसी रक्षा सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। तुर्की के राष्‍ट्रपति एर्दोगन ने भी दोनों देशों का जिक्र करते हुए कहा कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ा है। तुर्की के राष्‍ट्रपति ने कहा कि चौथा MILGEM कोवर्ट जहाज फरवरी 2025 में पाकिस्‍तान की नौसेना को सौंपा जाएगा।

वर्ष 2018 में पहला जंगी जहाज पीएनएस बाबर सौंपा

तुर्की ने पाकिस्‍तानी नौसेना को वर्ष 2018 में पहला जंगी जहाज पीएनएस बाबर सौंपा था। इस जंगी जहाज को तुर्की में तैयार किया गया था। जुलाई 2018 में दोनों देशों के बीच एक रक्षा करार के तहत तुर्की ने इस जंगी जहाज को पाकिस्‍तानी नौसेना को सौंपा था। पाकिस्‍तान और तुर्की की रक्षा कंपनी एएसफएटी के साथ चार युद्धपोतों की खरीद के एक सौदे पर हस्‍ताक्षर किए थे। इस रक्षा सौदे के तहत दो जंगी जहाजों का निर्माण तुर्की में होना था। इस रक्षा सौदे के तहत पाकिस्‍तान को दिए जाने वाले युद्धपोतों को अर्ली वार्निंग सिस्‍टम, पनडुब्‍बी रोधी तंत्र, सतह से सतह पर और सतह से हवा तक हमला करने वाली मिसाइलों से लैस किया जाएगा। इसके अलावा इस जंगी जहाज को समुद्र से सतह पर मिशन को अंजाम देने वाली क्षमताओं से भी लैस किया जाएगा।

मजबूत हुई पाक की नौसेना

इन जंगी जहाजों की खास बात यह है कि पीएनएस बाबर और पीएनएस खैबर जंग के दौरान किसी भी आपरेशंस को अंजाम दे सकते हैं। तुर्की के इन जंगी जहाजों से पाकिस्‍तानी नौसेना मजबूत हुई है। पीएनएस बाबर करीब 325 फीट लंबा है। इसका वजन 2400 टन है। यह 29 नाटिकल मीन यानी 53 किलोमीटर की स्‍पीड से समंदर पर तैर सकता है। यह दावा किया जा रहा है कि यह रडार की पकड़ से बाहर है।

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