पाकिस्‍तान की नई करतूत: श्रीलंका के जरिए भारत में आतंकवाद को हवा देने की फ‍िराक में पड़ोसी मुल्‍क

कश्मीर से आने वाले आतंकवाद के खिलाफ भारत ने कड़ा रुख अपनाया है। काफी कुछ आतंकी घटनाओं पर लगाम भी लगी है लेकिन शैतान पड़ोसी पाकिस्तान अब आतंकी करतूतों के लिए श्रीलंका की जमीन का इस्तेमाल करने की फिराक में है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Sat, 20 Feb 2021 06:42 PM (IST) Updated:Sat, 20 Feb 2021 06:42 PM (IST)
पाकिस्‍तान की नई करतूत: श्रीलंका के जरिए भारत में आतंकवाद को हवा देने की फ‍िराक में पड़ोसी मुल्‍क
श्रीलंका के जरिए भारत में आतंकवाद को हवा देने की फ‍िराक में इमनान खान। फाइल फोटो।

कोलंबो, एजेंसी। कश्मीर से आने वाले आतंकवाद के खिलाफ भारत ने कड़ा रुख अपनाया है। काफी कुछ आतंकी घटनाओं पर लगाम भी लगी है, लेकिन शैतान पड़ोसी पाकिस्तान अब आतंकी करतूतों के लिए श्रीलंका की जमीन का इस्तेमाल करने की फिराक में है। 22 जनवरी से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की दो दिवसीय कोलंबो यात्रा इसी बात का संकेत है।

यूएनएचआरसी में पाकिस्‍तान, श्रीलंका को कर सकता है ब्‍लैकमेल

बता दें कि कुछ दिनों बाद जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के 46वें सत्र की शुरुआत होगी। इस दौरान श्रीलंका से जुड़ा एक प्रस्ताव भी लाया जा सकता है। अपनी यात्रा के दौरान इमरान कोलंबो को यह प्रस्ताव दे सकते हैं कि अगर वह अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करने देंगे तो यूएनएचआरसी में आने वाले प्रस्ताव का इस्लामाबाद समर्थन करेगा। विशेषज्ञ यह भी मान रहे हैं कि घरेलू राजनीतिक संकट से ध्यान हटाने के लिए पीएम श्रीलंका की यात्रा पर जा रहे हैं। बता दें कि 11 विपक्षी दलों के गठबंधन ने इमरान के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।

अमेरिका के 10 प्रमुख थिंकटैंक की रिपोर्ट

अमेरिका के 10 प्रमुख थिंकटैंक के विशषज्ञों की एक रिपोर्ट में यह बताया गया था कि पाकिस्‍तान की सेना भारत को असंतुलित करने का काम कर रही है। इस रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्‍तान की सेना भारत पर हमला करने वाले आतंकवादी संगठनों की लगातार मदद करती रही है। पाक‍िस्‍तान में आतंकवादी समूहों का इस्‍तेमाल करना उसके विदेश नीति का हिस्‍सा है। इसके तहत पाकिस्‍तान आतंकवादी संगठनों को संरक्षण और मदद करता रहा है। पाकिस्‍तान, अफगानिस्‍तान और गठबंधन बलों से लड़ रहे आतंकवादी संगठनों का आज भी समर्थन करता है। भारत में सरहदों पर कड़ी चौकसी और जम्‍मू-कश्‍मीर में अनुच्‍छेद-370 के हटाए जाने के बाद आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है। इसको लेकर पाकिस्‍तान की सेना में खलबली है। इसलिए वह आतंकवाद के प्रवेश का नया मार्ग खोजने में जुटी है।

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