मोदी-हसीना वार्ता में संपर्क और कारोबार पर रहेगा जोर, पीएम मोदी का 26 मार्च से दो दिवसीय बांग्लादेश दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 26 और 27 मार्च को बांग्लादेश की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के साथ उनकी दोनों देशों के बीच संपर्क बढ़ाने और वाणिज्य से जुड़े मसलों पर मुख्य रूप से वार्ता होगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 24 Mar 2021 10:04 PM (IST) Updated:Thu, 25 Mar 2021 01:11 AM (IST)
मोदी-हसीना वार्ता में संपर्क और कारोबार पर रहेगा जोर, पीएम मोदी का 26 मार्च से दो दिवसीय बांग्लादेश दौरा
कोविड महामारी के दौर में अपनी पहली विदेश यात्रा में मोदी बांग्लादेश की राजधानी ढाका पहुंचेंगे।

ढाका, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 26 और 27 मार्च को बांग्लादेश की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के साथ उनकी दोनों देशों के बीच संपर्क बढ़ाने और वाणिज्य से जुड़े मसलों पर मुख्य रूप से वार्ता होगी। यह जानकारी बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से मीडिया में आई रिपोर्ट से मिली है।

कोविड महामारी के दौर में पीएम मोदी की पहली विदेश यात्रा

कोविड महामारी के दौर में अपनी पहली विदेश यात्रा में मोदी बांग्लादेश की राजधानी ढाका पहुंचेंगे। वह बांग्लादेश की स्वतंत्रता के स्वर्ण जयंती समारोह में शिरकत करेंगे। साथ ही बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के जन्मशती समारोह में भी हिस्सा लेंगे। अपने दौरे में मोदी प्रधानमंत्री हसीना के साथ कई द्विपक्षीय मसलों पर वार्ता करेंगे। इस दौरान कई समझौतों पर हस्ताक्षर भी हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार बातचीत में संपर्क और वाणिज्य मुख्य मुद्दा होगा।

भारत के बड़े बाजार को लेकर बांग्लादेश कई रास्ते चाहता

प्रॉथम आलो अखबार के मुताबिक भारत के बड़े बाजार को देखते हुए बांग्लादेश उसमें पहुंचने के लिए ज्यादा रास्ते चाहता है। वह दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाए जाने का पक्षधर है। इससे वह अपना सामान बेचकर अच्छा फायदा कमा सकेगा। नेपाल और भूटान को जोड़ते हुए संपर्क मार्ग बनाने की संभावनाओं पर भी विचार किया जाएगा।

दोनों देशों के बीच जल बंटवारे, सुरक्षा और सीमा प्रबंधन के मसलों पर भी वार्ता होगी

विदेश सचिव मसूद बिन मोमेन के मुताबिक दोनों देशों के बीच जल बंटवारे, सुरक्षा और सीमा प्रबंधन के मसलों पर भी वार्ता होगी। इस महीने की शुरुआत में बांग्लादेश दौरे पर आए भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारत बांग्लादेश से जुड़े मार्गो की संख्या बढ़ाने का इच्छुक है। इसका दोनों देशों को लाभ मिलेगा। आने वाले 20 सालों में क्षेत्र का कारोबारी माहौल बदल जाएगा। इसी को ध्यान में रखकर अभी से तैयारी किए जाने की जरूरत है।

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