उत्‍तर कोरिया ने किया एक और परीक्षण, बीते सात दिसंबर के बाद यह दूसरा 'महत्‍वपूर्ण टेस्‍ट'

उत्‍तर कोरिया ने अपने सोहे उपग्रह प्रक्षेपण स्थल से एक अन्‍य महत्‍वपूर्ण परीक्षण किया है। उसने कहा है कि इसका इस्‍तेमाल वह सामरिक परमाणु निवारक क्षमता को बढ़ाने में करेगा।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 01:51 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 02:16 PM (IST)
उत्‍तर कोरिया ने किया एक और परीक्षण, बीते सात दिसंबर के बाद यह दूसरा 'महत्‍वपूर्ण टेस्‍ट'
उत्‍तर कोरिया ने किया एक और परीक्षण, बीते सात दिसंबर के बाद यह दूसरा 'महत्‍वपूर्ण टेस्‍ट'

सियोल, एएफपी/रायटर। उउत्‍तर कोरिया ने अपने सोहे उपग्रह प्रक्षेपण स्थल (Sohae satellite launch site) से एक अन्‍य महत्‍वपूर्ण परीक्षण किया है। उत्‍तर कोरिया (North Korea) की सरकारी न्‍यूज एजेंसी KCNA ने देश की राष्‍ट्रीय रक्षा विज्ञान अकादमी (National Academy of Defence Science) के प्रवक्‍ता के हवाले से बताया कि यह परीक्षण बीते 13 दिसंबर को रात 22:41 से 22:48 बजे के बीच किया गया। प्रवक्‍ता ने बताया कि इन अनुसंधान सफलताओं को उत्तर कोरिया के सामरिक परमाणु निवारक क्षमता को बढ़ाने में किया जाएगा।

समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक, केसीएनए की ओर से यह नहीं बताया गया है कि यह परीक्षण किस प्रकार का था। उत्‍तर कोरिया ने बीते सात दिसंबर को भी एक बहुत महत्‍वपूर्ण परीक्षण किया था। यह परीक्षण भी सोहे उपग्रह प्रक्षेपण स्थल से किया गया था। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, उत्‍तर कोरिया ने इस परमाणु परीक्षण को बंद करने का वादा किया था। वहीं दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री जियोंग केओंग-डू (Jeong Keong-doo) ने बताया कि यह एक इंजन परीक्षण था। 

बता दें कि परमाणु निशस्‍त्रीकरण के मसले पर ट्रंप और उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के बीच दो बार शिखर वार्ता हो चुकी है। पहली बार दोनों नेताओं ने बीते वर्ष जून में सिंगापुर में बातचीत की थी। इसके बाद उनकी दूसरी वार्ता इस साल फरवरी में वियतनाम में हुई थी, लेकिन उत्तर कोरिया पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की मांग पर यह बेनतीजा ही खत्‍म हो गई थी। तब से यह वार्ता नहीं हुई है। 

हाल ही में उत्‍तर कोरिया ने कहा था कि परमाणु वार्ता को बचाने का बेहद कम वक्‍त बचा है और यह अमेरिका पर निर्भर करता है कि उसे क्रिसमस पर हमसे कौन सा उपहार चाहिए। यही नहीं उत्‍तर कोरिया ने उसके द्वारा किए गए परिक्षण पर यूरोपीय संघ के सदस्‍य देशों (ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, पौलेंड और बेल्जियम) को मूर्ख बताया था। उत्‍तर कोरिया ने प‍िछले परीक्षण को लेकर कहा था कि यह टेस्‍ट उनके देश की सुरक्षा को मजबूती देने के लिए किया गया था जो उसका अधिकार है। 

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