अफगानिस्तान में बड़ा आतंकी हमला, तालिबान ने कराई गवर्नर समेत 3 की हत्या
अफगानिस्तान में तालिबानी आतंकियों की ओर से गुरुवार को अब तक का सबसे भयावह आतंकी हमला किया गया।
काबुल [रायटर]। अफगानिस्तान में तालिबानी आतंकियों ने गुरुवार को अब तक का सबसे भयावह आतंकी हमला किया। इस हमले में कांधार प्रांत के पुलिस चीफ, गवर्नर और इंटेलीजेंस चीफ मारे गए। हमले में अमेरिकन कमांडर जनरल ऑस्टिन एस. मिलर बच गए जबकि दो अमेरिकी सैनिक सहित 12 लोग घायल हो गए। तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है और बयान जारी कर कहा है कि उनका निशाना जनरल मिलर और पुलिस चीफ जनरल राजेक थे।
अफगानिस्तान में हुए आतंकी हमले पर भारत ने दु:ख जताया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट में कहा है, 'अफगानिस्तान में हुए आतंकी हमले से दुखी हैं। भारत इस हमले की कड़ी निंदा करता है और इस दुख की घड़ी में अफगानिस्तान के साथ हैं।'
ऐसे हुआ हमला
शनिवार को होने वाले चुनावों के मद्देनजर कंधार के अधिकारियों के साथ बैठक हो रही थी। तभी अचानक से गोलियां बरसने लगीं। इस हमले में कंधार पुलिस चीफ जनरल राजेक, गवर्नर जलमई वेसा और प्रांत के इंटेलीजेंस चीफ जनरल अब्दुल मोमिन मारे गए। हमले में अमेरिकी जनरल मिलर बच गए जबकि दो सैनिक घायल हो गए। अमेरिका ने भी मिलर के सुरक्षित बचने की पुष्टि की है।
तालिबान चुनाव को बाधित करना चाहता है। अधिकारियों ने कहा कि रजेक, मिलर और अन्य अधिकारी हेलीकॉप्टर में सवार होने जा रहे थे। अमेरिकी जनरल अपने दल के साथ काबुल रवाना होने वाले थे। बाहर खड़े हथियारबंद लोगों ने दल पर हमला बोल दिया। प्रांतीय परिषद के प्रमुख सैद जान खाकरेजवाल ने बताया, 'गोलीबारी के समय गवर्नर, पुलिस प्रमुख सहित प्रांतीय अधिकारी विदेशी मेहमान के साथ थे।' अधिकारियों ने कहा कि दो बम विस्फोट भी हुए और चौतरफा गोलीबारी हो रही थी। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि रक्षा कवच के कारण मिलर बच गए।
अफगानिस्तान में हुए आतंकी हमले पर भारत ने दु:ख जताया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट में कहा है, 'अफगानिस्तान में हुए आतंकी हमले से दुखी हैं। भारत इस हमले की कड़ी निंदा करता है और इस दुख की घड़ी में अफगानिस्तान के साथ हैं।'
ऐसे हुआ हमला
शनिवार को होने वाले चुनावों के मद्देनजर कंधार के अधिकारियों के साथ बैठक हो रही थी। तभी अचानक से गोलियां बरसने लगीं। इस हमले में कंधार पुलिस चीफ जनरल राजेक, गवर्नर जलमई वेसा और प्रांत के इंटेलीजेंस चीफ जनरल अब्दुल मोमिन मारे गए। हमले में अमेरिकी जनरल मिलर बच गए जबकि दो सैनिक घायल हो गए। अमेरिका ने भी मिलर के सुरक्षित बचने की पुष्टि की है।
तालिबान चुनाव को बाधित करना चाहता है। अधिकारियों ने कहा कि रजेक, मिलर और अन्य अधिकारी हेलीकॉप्टर में सवार होने जा रहे थे। अमेरिकी जनरल अपने दल के साथ काबुल रवाना होने वाले थे। बाहर खड़े हथियारबंद लोगों ने दल पर हमला बोल दिया। प्रांतीय परिषद के प्रमुख सैद जान खाकरेजवाल ने बताया, 'गोलीबारी के समय गवर्नर, पुलिस प्रमुख सहित प्रांतीय अधिकारी विदेशी मेहमान के साथ थे।' अधिकारियों ने कहा कि दो बम विस्फोट भी हुए और चौतरफा गोलीबारी हो रही थी। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि रक्षा कवच के कारण मिलर बच गए।