द.अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जुमा बोले, कोविड में मुझे जेल भेजना मौत की सजा जैसा

द.अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति ने सजा रद्द करने के लिए अपनी 79 वर्षीय उम्र स्वास्थ्य कारणों तथा अन्य अनिíदष्ट कारणों का हवाला दिया है। इस मामले पर 12 जुलाई को सुनवाई होगी तब तक जुमा जेल से बाहर रहेंगे।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Mon, 05 Jul 2021 02:29 PM (IST) Updated:Mon, 05 Jul 2021 02:29 PM (IST)
द.अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जुमा बोले, कोविड में मुझे जेल भेजना मौत की सजा जैसा
देश की शीर्ष अदालत ने उन्हें खुद को पुलिस के हवाले करने को कहा है।

जोहानिसबर्ग, एएनआइ। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान उन्हें जेल भेजना मौत की सजा के बराबर है। जुमा ने कांडला स्थित अपने घर से रविवार शाम पत्रकारों को संबोधित किया। इससे पहले देश की शीर्ष अदालत ने उन्हें खुद को पुलिस के हवाले करने को कहा, ताकि उनकी 15 साल कैद की सजा पूरी हो सके।

जुमा ने कहा, 'वैश्विक महामारी का कहर चरम पर होने के दौरान मेरी उम्र के शख्स को जेल भेजना मौत की सजा के बराबर है। दक्षिण अफ्रीका में 1995 में मौत की सजा को असंवैधानिक घोषित कर दिया गया था।' संवैधानिक अदालत जुमा की सजा रद करने की उनकी याचिका पर सुनवाई को शनिवार को सहमत हो गई थी। पूर्व राष्ट्रपति ने सजा रद्द करने के लिए अपनी 79 वर्षीय उम्र, स्वास्थ्य कारणों तथा अन्य अनिíदष्ट कारणों का हवाला दिया है। इस मामले पर 12 जुलाई को सुनवाई होगी, तब तक जुमा जेल से बाहर रहेंगे।

जुमा संवाददाता सम्मेलन में लगातार इस सवाल को टालते दिखे कि देश में लॉकडाउन के चौथे स्तर के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाले उनके कई समर्थकों को वह फटकार क्यों नहीं कर रहे। इन दिशा-निर्देशों के तहत जनसभा करने पर प्रतिबंध है और मास्क पहनना अनिवार्य है। जुमा के घर के बाहर पिछले कुछ दिनों से तनावपूर्ण दृश्य देखने को मिल रहे हैं, जहां समर्थकों ने हवा में कुछ गोलियां चलाईं। उन्होंने जुमा को जेल ले जाने पर हिंसा करने की धमकी भी दी है।                                                         

chat bot
आपका साथी