जर्मन: पूर्व न्यूक प्लांट के कूलिंग टॉवरों को किया गया ध्वस्त, सुबह के वक्त किया था विस्फोट

दक्षिण-पश्चिमी जर्मनी के एक पूर्व परमाणु ऊर्जा संयंत्र के दो कूलिंग टावरों को गुरुवार तड़के सुबह-सुबह विस्फोट से ध्वस्त कर दिया गया।

By Ayushi TyagiEdited By: Publish:Thu, 14 May 2020 03:27 PM (IST) Updated:Thu, 14 May 2020 03:27 PM (IST)
जर्मन: पूर्व न्यूक प्लांट के कूलिंग टॉवरों को किया गया ध्वस्त, सुबह के वक्त किया था विस्फोट
जर्मन: पूर्व न्यूक प्लांट के कूलिंग टॉवरों को किया गया ध्वस्त, सुबह के वक्त किया था विस्फोट

बर्लिन, एपी। दक्षिण-पश्चिमी जर्मनी के एक पूर्व परमाणु ऊर्जा संयंत्र के दो कूलिंग टावरों को गुरुवार तड़के सुबह-सुबह विस्फोट से ध्वस्त कर दिया गया, इस विस्फोट का समय की जानकारी नहीं दी दरअसल कोरोना वायरस महामारी के चलते ये फैसला लिया गया ताकि लोगों की भीड़ ना इकट्ठी हो जाए।   

ऑपरेटर एनबीडब्ल्यू ने समय से पहले ही कहा था कि कार्ल्स्रुहे के पास फिलिप्सबर्ग संयंत्र में 150-मीटर (लगभग 500-फुट) टॉवर गुरुवार या शुक्रवार को सुबह 6 बजे के बाद उड़ा दिया गया था।  इस तरह के विध्वंस आमतौर पर कई दृष्टियों को आकर्षित करते हैं, लेकिन कोरोना वायरस (COVID-19) के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से नियमों के तहत वर्तमान में बड़ी विधानसभाओं की अनुमति नहीं है।

परमाणु ऊर्जा से बाहर निकलने की जर्मनी की योजना के तहत 2011 और 2019 में फिल्सबर्ग संयंत्र के दो रिएक्टर बंद कर दिए गए थे। देश का अंतिम रिएक्टर 2022 के अंत में ऑफ़लाइन होने के लिए तैयार है। एक ट्रांसफार्मर स्टेशन जो उत्तरी जर्मनी में अक्षय स्रोतों से उत्पन्न बिजली को देश के दक्षिण में लाने में मदद करेगा, टावरों की साइट पर बनाया जाएगा। 

जानकारी के लिए बता दें कि जर्मनी में कोरोना वायरस (COVID-19)के 933 नए मामले सामने आए हैं और 89 लोगों की मौत हो गई है। समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार देश में अब तक 1,72,239 मामले सामने आ गए हैं और 7,723 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 41 लाखक के पार पहुंच गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कहा है कि जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं बन जाती तब तक लोगों को शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। फिलहाल, अमेरिका, चीन, भारत सहित कई बड़े जेश कोरोना की वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं। 

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