नफरत और कट्टरता फैलाने वालों पर चला फेसबुक का चाबुक, इन चरमपंथियों के खाते बैन

Facebook bans dangerous individuals सोशल मीडिया पर नफरत और कट्टरता फैलाने को लेकर फेसबुक ने कई चरमपंथियों के खातों पर बैन लगा दिया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 03 May 2019 09:12 PM (IST) Updated:Fri, 03 May 2019 09:12 PM (IST)
नफरत और कट्टरता फैलाने वालों पर चला फेसबुक का चाबुक, इन चरमपंथियों के खाते बैन
नफरत और कट्टरता फैलाने वालों पर चला फेसबुक का चाबुक, इन चरमपंथियों के खाते बैन

सैन फ्रांसिस्को, एपी। सोशल मीडिया पर नफरत और कट्टरता पर नकेल कसने के पड़ रहे दबावों के बीच फेसबुक ने एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने चरमपंथी संगठन 'नेशन ऑफ इस्लाम' के कर्ताधर्ता लुइस फर्रखान और विवादास्पद राजनीतिक शख्सियत एलेक्स जोन्स पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा है कि इन लोगों ने उसकी नीतियों का उल्लंघन किया है।

इन पर लगा प्रतिबंध 
कंपनी ने जोन्स की वेबसाइट सहित गोरों को श्रेष्ठ बताने वाले पॉल नेहलेन, राष्ट्रपति ट्रंप के सलाहकार रहे रोजर स्टोन, चरमपंथी मिलो यायनोपोलोस, पॉल जोसेफ वाटसन और लॉरा लूमर को भी प्रतिबंधित कर दिया है। ट्विटर ने भी लूमर, जोन्स और यायनोपोलोस पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनके ऊपर लगाए गए प्रतिबंध फेसबुक की प्रमुख सर्विस और इंस्टाग्राम दोनों पर लागू होंगे। इतना ही नहीं अगर कोई व्यक्ति इनकी प्रशंसा करते हुए कोई पोस्ट करता है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।

अभी भी सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं चरमपंथी
अमेरिका में भड़काऊ समूहों को ट्रैक करने वाले एक संस्थान के वरिष्ठ शोध विश्लेषक केगन हैंक्स ने कहा कि हम जानते हैं कि अभी भी दोनों सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सक्रिय हैं और इसका प्रयोग नफरत फैलाने के लिए कर रहे हैं। फेसबुक के पूर्व कार्यकारी और हार्वर्ड में इंटरनेट नीति के विशेषज्ञ दीपायन घोष ने कहा कि प्रतिबंध उतना बड़ा कदम नहीं है जितना कि कंपनी इसे बता रही है। जोन्स जैसे बड़े फॉलोवर वाले लोगों को प्रतिबंधित करना कंपनी के व्यवसायिक हित के खिलाफ है।

प्रतिबंध पर भड़के चरमपंथी
प्रतिबंध पर टिप्पणी करते हुए मिलो यायनोपोलोस ने केवल एक ई-मेल किया, जिसमें उन्होंने कहा कि अगला नंबर आपका है। वहीं जोन्स ने अपनी वेबसाइट पर लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान गुस्से में कहा कि कंपनी ने सिर्फ मुझ पर प्रतिबंध नहीं लगाया, बल्कि उसने मुझे बदनाम किया है। आखिर जुकरबर्ग ने ऐसा क्यों किया। वहीं वाटसन ने ट्वीट करके कहा कि मैंने कोई नियम नहीं तोड़ा है।

90,000 यूट्यूब वीडियो ने आतंकी नीति का उल्लंघन किया: गूगल
गूगल ने कहा कि उसने 2019 की पहली तिमाही में यूट्यूब के एक मिलियन से अधिक संदिग्ध आतंकी वीडियो की समीक्षा की और पाया कि 90,000 के लगभग वीडियो कंपनी की आतंकवाद नीति का उल्लंघन करते हैं। गृह सुरक्षा पर अमेरिकी समिति को भेजे गए पत्र में गूगल ने यह बात कही है। वहीं अमेरिकी समिति को भेजे एक अन्य पत्र में ट्विटर ने कहा कि आतंकवाद से निपटने के प्रयासों के चलते उसने एक अगस्त 2015 से 30 जून, 2018 के बीच 14 लाख से अधिक खातों को निलंबित कर दिया है।

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