विकीलीक्‍स के संस्‍थापक असांज पर शिकंजा कसने के बाद साइबर हमलों से दहला इक्‍वाडोर

इक्‍वाडोर ने जूनियन असांज की राजनयिक सुरक्षा खत्‍म करते हुए नागरिकता छीन ली है। इसके बाद से यहां सार्वजनिक संस्‍थानों के वेबपेजों पर अब तक 40 लाख साइबर हमले हो चुके हैं।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Tue, 16 Apr 2019 09:36 AM (IST) Updated:Tue, 16 Apr 2019 09:36 AM (IST)
विकीलीक्‍स के संस्‍थापक असांज पर शिकंजा कसने के बाद साइबर हमलों से दहला इक्‍वाडोर
विकीलीक्‍स के संस्‍थापक असांज पर शिकंजा कसने के बाद साइबर हमलों से दहला इक्‍वाडोर

क्विटो, पीटीआइ। विकीलीक्‍स के संस्‍थापक जूलियन असांज की राजनयिक सुरक्षा खत्‍म के बाद से इक्‍वाडोर में ताबड़तोड साइबर हमलों का सिलसिला शुरू हो गया है। इक्‍वाडोर के सार्वजनिक संस्‍थानों के वेबपेजों पर अब तक 40 लाख साइबर हमले हो चुके हैं।
इक्‍वाडोर के सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के उपमंत्री पेटीसियो रियल ने कहा है कि यह हमले गुरुवार से शुरू हुए हैं। इसमें मुख्‍य रूप से संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका, ब्राजील, हॉलैंड, जर्मनी, रोमानिया, फ्रांस, ऑस्ट्रिया और यूनाइटेड किंगडम यानी ब्रिटेन से हुए हैं। इक्‍वाडोर के एक अफसर ने बताया कि असांज से जुड़े समूहों की पहुंच यहां के इंटरनेट तक हो गई है। इससे देश को वॉलयूमेट्रिक हमलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्‍होंने कहा कि सबसे मुश्किल विदेश मंत्रालय, केंद्रीय बैंक, राष्‍ट्रपति का कार्यालय, राजस्‍व सेवा और विश्‍वविद्यालय के डाटा हैं। हालांकि, यह दावा किया जा रहा है कि इन संस्‍थानों में से किसी ने अभी तक डाटा चोरी या डाटा उन्‍मूलन की सूचना नहीं दी है।
बता दें कि इक्‍वाडोर के राष्‍ट्रपति लेनिन मोरेनो ने 11 अप्रैल को असांज की इक्‍वोडोर की नागरिकता वापस लेने का ओदश दिया था। इसके साथ ही उसको लंदन स्थित इक्‍वाडोर दूतावास से बाहर कर दिया गया। असांज की राजनयिक सुरक्षा हटा दी गई। मोरेनो ने असांज पर जासूसी का आरोप लगाया था। ब्रिटिश पुलिस ने असांज को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही यूके और इक्‍वाडोर के साथ करीब सात वर्षों से चला आ रहा गतिरोध खत्‍म हो गया।

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