अफ्रीका, म्‍यांमार और इंडोनेशिया में आक्‍सीजन की कमी के चलते हालात हुए खराब, जानें अन्‍य देशों का हाल

कोरोना की वजह से कुछ देशों में हालात बेहद खराब हो गए हैं। अफ्रीका म्‍यांमार और इंडोनेशिया में आक्‍सीजन की कमी ने हालात को और अधिक बदत्तर कर दिया है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने इसको लेकर आगाह किया है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Fri, 16 Jul 2021 01:37 PM (IST) Updated:Fri, 16 Jul 2021 01:37 PM (IST)
अफ्रीका, म्‍यांमार और इंडोनेशिया में आक्‍सीजन की कमी के चलते हालात हुए खराब, जानें अन्‍य देशों का हाल
आक्‍सीजन की किल्‍लत ने कई देशों का हाल खराब कर दिया है।

वाशिंगटन (एजेंसियां)। कई देशों में कोरोना महामारी को लेकर हालात काफी चिंताजनक होते जा रहे हैं। इंडोनेशिया और म्‍यांमार में तो आक्‍सीजन की किल्‍लत होने की वजह से हालात और अधिक खराब हो गए हैं। इन दोनों ही जगहों पर आक्‍सीजन का सिलेंडर रिफिल करवाने और इसनको लेने वालों की लंबी लाइनें लगी हैं। इस तरह के हालात कुछ माह पहले भारत में दिखाई दे रहे थे। हालांकि, भारत में अब महामारी की दूसरी लहर पर काबू पा लिया गया है। हालांकि यहा पर अब तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। भारत की बात करें तो यहां पर पिछले 24 घंटों के दौरान 38949 मामले सामने आए हैं। जिन देशों में बढ़ते कोरोना के मामले की वजह से सरकार को परेशानी में डाल दिया है उनमें ब्रिटेन और अमेरिका भी शामिल हैं।

रायटर के मुताबिक विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। संगठन का कहना है कि अफ्रीका में हाल के कुछ सप्‍ताह में कोरोना से होने वाली मौतें 40 फीसद तक बढ़ गई हैं। एक बयान में संगठन ने यहां पर तीसरी लहर की बात कही है। संगठन के क्षेत्रीय निदेशक का कहना है कि यहां पर आक्‍सीजन की लगातार कमी हो रही है जिसकी वजह से कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है।

शिन्‍हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक उन्‍होंने कहा है कि ये सीधा संकेत है कि देश के अस्‍तपाल मरीजों से भरे पड़े हैं। यहां पर स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों, हेल्‍थ इक्‍यूपमेंट, वैक्‍सीन समेत अन्‍य चीजों की भी कमी है। अफ्रीका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के मुताबिक यहां पर कोरोना के कुल मामले 6072120 हो गए हैं। इसके अलावा यहां पर होने वाली मौतों का आंकड़ा 154602 तक जा पहुंचा है। यहां के नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका, टूनेशिया, युगांडा और जांबिया में यहां के कुल मामलों के करीब 83 फीसद मामले सामने आए हैं।

दक्षिण कोरिया की बात करें तो यहां पर बीते 24 घंटों के दौरान 1536 मामले सामने आए हैं1 इसके बाद सरकार ने प्रतिबंधों का दायरा और अधिक कड़ा कर दिया है। यहां पर डेल्‍टा वैरिएंट के बढ़ते प्रभाव की वजह से चौथी लहर आने की आशंका जताई जा रही है। सरकार की तरफ से ये भी कहा जा रहा हे कि ऐसे लोग जिनको वैक्‍सीन अब तक नहीं लग सकी है उनको इसके संक्रमण की गिरफ्त में आने का खतरा अधिक है। सरकार के मुताबिक ऐसे लोगों की वजह से ही मामले अधिकतर बढ़े हैं।

हंगरी के पीएम ने सभी स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों के लिए कोरोना वैक्‍सीन लेने को अनिवार्य कर दिया है। आस्‍ट्रेलिया में डेल्‍टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों की वजह से केंद्र और राज्‍य सरकारों पर भारी दबाव है। रायटर के मुताबिक इसकी वजह से देश को बड़ा खतरा बताया जा रहा है। इसकी वजह से विपक्ष भी सरकार पर हावी हो रहा है और वैक्‍सीन की कमी और इसके लिए होने वाली देरी पर सरकार को घेरे हुए है।

डेल्‍टा वैरिएंट के बढ़ते दायरे को लेकर भी सरकार पर लगातार विपक्ष का दबाव बढ़ रहा है। सरकारी अधिकारी के मुताबिक शुक्रवार को सिडनी में ही 103 नए मामले सामने आए हैं। विक्‍टोरिया और न्‍यू साउथ वेल्‍स में भी हालात लगातार चिंताजनक होते जा रहे हैं। न्‍यू साउथ वेल्‍स के मुख्‍य स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी ने कहा है कि अब किसी के संपर्क में आए बिना तेजी से काम करने की बेहद जरूरत है।

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