साल के अंत तक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी कोरोना की वैक्सीन, किसे पहले दी जाएगी बन रही योजना

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य विज्ञानी सौम्या स्वामीनाथन ने इस साल के अंत तक कोरोना वैक्सीन की करोड़ों खुराकें उपलब्ध होने की उम्मीद जताई है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 18 Jun 2020 11:34 PM (IST) Updated:Thu, 18 Jun 2020 11:34 PM (IST)
साल के अंत तक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी कोरोना की वैक्सीन, किसे पहले दी जाएगी बन रही योजना
साल के अंत तक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होगी कोरोना की वैक्सीन, किसे पहले दी जाएगी बन रही योजना

जिनेवा, एजेंसियां। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य विज्ञानी सौम्या स्वामीनाथन ने इस साल के अंत तक कोरोना वैक्सीन की करोड़ों खुराकें उपलब्ध होने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि अगले साल के अंत तक दो अरब से अधिक कोरोना खुराकें उपलब्ध हो जाएंगी। ये दवा किन लोगों को पहले दी जाएगी इसके लिए डब्ल्यूएचओ योजना तैयार कर रहा है। ऑनलाइन प्रेस ब्रीफिंग में उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन की खुराक सबसे पहले अग्रिम पंक्ति के लोगों, जैसे स्वास्थ्य कर्मियों की दी जाएगी। इसके बाद जिन्हें संक्रमण की चपेट में आने का खतरा ज्यादा है जैसे बुजुर्गों आदि को यह खुराक दी जाएगी। 

मौजूदा समय में दस से अधिक वैक्सीन पर चल रहा परीक्षण

उन्होंने कहा कि मैं आशावादी हूं लेकिन वैक्सीन विकसित करने का काम इतना जटिल है कि इसके साथ बहुत अनिश्चितता रहती है। अच्छी बात यही है कि वैक्सीन विकसित करने में कई देश और संगठन लगे हुए हैं। कितनी भी वैक्सीन नाकाम रहें, कोई न कोई जरूर कामयाब होगी। हम लोगों को नाउम्मीद होकर मैदान नहीं छोड़ना है। इस समय कम से कम दस दमदार वैक्सीन का मनुष्यों पर परीक्षण चल रहा है। इनमें कोई न कोई उम्मीदों पर खरी उतरेगी।

हालत यह कि अभी सही वैक्सीन आने से पहले ही कई देश दवा निर्माता कंपनियों को आर्डर देने लगे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक मिले आंकड़ों के अनुसार कोरोना के वायरस का म्यूटेशन नहीं हो रहा है। यदि ऐसा होता तो हालात और खराब होते। 

कोरोना से मौतों को नहीं रोक पाएगी मलेरिया की दवा एचसीक्यू 

विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य विज्ञानी सौम्या ने कहा कि यह साबित हो गया है कि मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन (एचसीक्यू) कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए लोगों की मौत रोकने में कारगर नहीं है। हालांकि उनका यह भी कहना है कि लोगों को कोविड-19 के संक्रमण की चपेट में आने से रोकने में इस दवा की भूमिका हो सकती है।

इस संबंध में क्लीनिकल परीक्षण चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि संक्रमण के शुरू में कोविड-19 महामारी की प्रचंडता रोकने या कम करने में एचसीक्यू की भूमिका है या नहीं। उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा किए जा रहे अन्य परीक्षणों का संदर्भ देते हुए कहा कि हम अब तक यह नहीं जानते। इसलिए बड़े पैमाने पर परीक्षण पूरे होने और आंकड़े हासिल करने की जरूरत है।

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