इस्तेमाल से पहले ही चीन की कोरोना वैक्सीन 'साइनोवैक' विवादों में घिरी, विशेषज्ञों ने उठाए सवाल

साइनोवैक चीन की पहली वैक्सीन है जिसके अंतिम परीक्षण के परिणाम सार्वजनिक किए गए हैं। यह घोषणा अमेरिकी कंपनी फाइजर मॉडेर्ना और ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनेका के परीक्षण परिणाम घोषित होने के बाद हुई है। रूसी वैक्सीन स्पुतनिक फाइव का भी परीक्षण परिणाम सामने आ चुका है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Fri, 25 Dec 2020 08:27 PM (IST) Updated:Fri, 25 Dec 2020 08:27 PM (IST)
इस्तेमाल से पहले ही चीन की कोरोना वैक्सीन 'साइनोवैक' विवादों में घिरी, विशेषज्ञों ने उठाए सवाल
चीन ने वैक्सीन के परीक्षण के परिणामों सार्वजनिक नहीं किया था

अंकारा, रायटर। कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए बनी चीन की वैक्सीन साइनोवैक बायोटेक सार्वजनिक इस्तेमाल के लिए लांच होने से पहले ही विवादों में घिर गई है। तुर्की में अंतरिम परीक्षण में इसके 91.25 प्रभावी होने की बात कही है तो ब्राजील ने इसे 50 प्रतिशत से कुछ ज्यादा प्रभावी बताया है। ताइवान के विशेषज्ञों ने भी इस वैक्सीन के परिणामों पर सवाल उठाए हैं। विदित हो कि चीन अपनी वैक्सीन के परीक्षण के परिणाम सार्वजनिक नहीं करता है, इसलिए उसके प्रभाव को लेकर रहस्य बना रहता है।

तुर्की के शोधकर्ताओं ने गुरुवार को कहा, चीन की वैक्सीन के कोई गंभीर दुष्परिणाम सामने नहीं आए हैं। हां, परीक्षण में शामिल एक व्यक्ति को एलर्जी की समस्या पैदा हुई। बाकी लोगों को वैक्सीन लगने के बाद बुखार, दर्द और थकान की सामान्य समस्या पैदा हुई। बाद में वे ठीक हो गए। तुर्की में 14 सितंबर को परीक्षण शुरू हुआ था और उसमें सात हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। गुरुवार को परिणाम घोषित हुए वे 1,322 लोगों पर आधारित हैं। साइनोवैक चीन की पहली वैक्सीन है जिसके अंतिम परीक्षण के परिणाम सार्वजनिक किए गए हैं। यह घोषणा अमेरिकी कंपनी फाइजर, मॉडेर्ना और ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनेका के परीक्षण परिणाम घोषित होने के बाद हुई है। रूसी वैक्सीन स्पुतनिक फाइव का भी परीक्षण परिणाम सामने आ चुका है।

तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फाहरतीन कोका ने शोधकर्ताओं के साथ मीडिया को बताया कि परीक्षण के दौरान वायरस से संक्रमित हुए 29 में से 26 लोग प्लेसबोस दिया गया। परीक्षण में हमने पाया है कि तुर्की के लोगों पर यह वैक्सीन प्रभावी और सुरक्षित है। कोका ने बताया कि तुर्की सरकार साइनोवैक के व्यापक इस्तेमाल के लिए परीक्षण करा रही है और उसके परिणाम देख रही है। तुर्की ने चीन की कंपनी से वैक्सीन की पांच करोड़ खुराक खरीदने का सौदा किया है। इनमें से तीन लाख आगामी सोमवार को तुर्की आ जाएंगी। सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को यह खुराक दी जाएगी। साइनोवैक की खरीद के लिए ब्राजील, इंडोनेशिया, चिली और सिंगापुर ने सौदा किया है। जबकि फिलीपींस और मलेशिया से कंपनी की बात चल रही है।

ब्रिटेन में छह लाख लोगों का टीकाकरण

ब्रिटेन में कोविड से बचाव के लिए अभी तक छह लाख से ज्यादा लोगों को फाइजर और बायोएनटेक कंपनी की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। कोविड की दूसरी लहर से ब्रिटेन में बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हो रहे हैं। साथ में टीकाकरण अभियान भी चल रहा है। टीकाकरण अभियान इसी महीने शुरू हुआ है। इंग्लैंड में अभी तक 5,21,000, स्कॉटलैंड में 56,000, वेल्स में 22,000 और उत्तरी आयरलैंड में 16,000 लोगों का टीकाकरण हुआ है।

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