जानिए किस तरह बांग्लादेश के आतंकी संगठन कश्मीर भेज रहे पैसा, पकड़े गए आतंकियों ने किया खुलासा

सितंबर 2019 में अंसार अल इस्लाम के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनका नाम अवाल नेवाज उर्फ सोहेल नेवाज और फजले रबी चौधरी था। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि उनके आतंकी संगठन को वर्ष 2014 से बिटकॉइन प्रणाली के माध्यम से पैसे मिल रहे थे।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Tue, 09 Mar 2021 04:31 PM (IST) Updated:Tue, 09 Mar 2021 07:00 PM (IST)
जानिए किस तरह बांग्लादेश के आतंकी संगठन कश्मीर भेज रहे पैसा, पकड़े गए आतंकियों ने किया खुलासा
अंसार उल इस्लाम के पकड़े गए दो आतंकियों ने पूछताछ में बताया

ढाका, आइएएनएस। बांग्लादेश के प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अंसार अल इस्लाम (AI) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) ने कश्मीर स्थित चरमपंथी संगठन को एक बड़ी रकम भेजी है। खास बात यह है कि यह रकम क्रिप्टोकरेंसी के रूप में भेजी गई है। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के काउंटर टेररिज्म एंड ट्रांसनेशनल क्राइम यूनिट से जुड़े एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है।

अधिकारी ने बताया कि सितंबर 2019 में अंसार अल इस्लाम के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनका नाम अवाल नेवाज उर्फ सोहेल नेवाज और फजले रबी चौधरी था। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि उनके आतंकी संगठन को वर्ष 2014 से बिटकॉइन प्रणाली के माध्यम से पैसे मिल रहे थे। दोनों ने यह भी बताया कि उनके आतंकी संगठन को पाकिस्तान और खाड़ी देशों से भी क्रिप्टोकरेंसी के रूप में बड़ी रकम प्राप्त हुई है।

अवैध धन का लेनदेन करने का यह  है सुरक्षित तरीका 

आतंकवादियों ने बताया कि पहले वह हुंडी के जरिये पैसा एकत्र करते थे, लेकिन कानून प्रवर्तन एजेंसियों की निगरानी के चलते अब बिटकॉइन के जरिये पैसे ले रहे हैं। आतंकी समूहों का मानना है कि अवैध धन का लेनदेन करने का यह सुरक्षित तरीका है। उधर, स्पेशल एक्शन ग्रुप के अतिरिक्त उपायुक्त अहमदुल इस्लाम के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी के जरिये आतंकवादियों को बड़ी मात्रा में वित्तीय मदद पहुंचाई जा रही है।

उन्होंने कहा, 'बिटकॉइन के अवैध लेनदेन की निगरानी करना बहुत कठिन है क्योंकि हमारे पास इसके लिए जरूरी तकनीकी उपकरण नहीं हैं।' उन्होंने कहा कि भविष्य में वर्चुअल करेंसी की निगरानी करना कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।

अमेरिकी सरकार ने चार फेसबुक अकाउंट को सीज करने का किया था एलान

बता दें कि अगस्त 2020 में अमेरिकी सरकार ने सैकड़ों क्रिप्टोकरेंसी अकाउंट, चार वेबसाइट और चार फेसबुक अकाउंट को सीज करने का एलान किया था। तब सरकार ने दावा किया था कि ऐसा करके उसने आतंकी समूहों द्वारा डिजिटल करेंसी के जरिये धन उगाही के प्रयास को विफल कर दिया है। इतना ही नहीं अमेरिकी अधिकारियों ने 20 लाख डॉलर मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी जब्त करने का भी दावा किया था। बांग्लादेश में वर्चुअल करेंसी पर प्रतिबंध के साथ दिसंबर 2017 में बांग्लादेश बैंक ने एक नोटिस जारी लोगों से इस तरह का लेनदेन नहीं करने को कहा था। फिलहाल बांग्लादेश में सीआइडी, ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस और दूसरे पुलिस विभाग देश में होने वाले वर्चुअल लेनदेन पर नजर रखने का काम करते हैं।

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