प्रत्यर्पण समेत कई अहम मुद्दों पर चीन-नेपाल के बीच आज हो सकते हैं कई समझौते

चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग शनिवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे। पिछले 23 साल में नेपाल आने वाले चीन के वह पहले राष्ट्राध्यक्ष हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sat, 12 Oct 2019 11:18 PM (IST) Updated:Sun, 13 Oct 2019 06:58 AM (IST)
प्रत्यर्पण समेत कई अहम मुद्दों पर चीन-नेपाल के बीच आज हो सकते हैं कई समझौते
प्रत्यर्पण समेत कई अहम मुद्दों पर चीन-नेपाल के बीच आज हो सकते हैं कई समझौते

काठमांडू, प्रेट्र। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग भारत की अपनी दो दिन की यात्रा समाप्त कर शनिवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे। पिछले 23 साल में नेपाल आने वाले चीन के वो पहले राष्ट्राध्यक्ष हैं। शनिवार की शाम को ही उन्होंने अपनी नेपाली समकक्ष विद्या देवी भंडारी के साथ बैठक की। इस दौरान चीन ने नेपाल को अगले दो साल के दौरान 56 अरब नेपाली रुपये की मदद की घोषणा की। चिनफिंग की दो दिन की यात्रा के दौरान चीन और नेपाल के बीच प्रत्यर्पण संधि समेत कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इसमें काठमांडू और तिब्बत के बीच रेल सेवा शुरू करना भी शामिल है।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने हवाईअड्डे पर किया चिनफिंग का स्वागत 

शनिवार को चिनफिंग के काठमांडू पहुंचने पर हवाईअड्डे पर नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने उनका स्वागत किया। बाद में नेपाली सेना ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। शाम के वक्त चिनफिंग ने राष्ट्रपति भंडारी से उनके शीतल निवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच आपसी हित के द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई। इस मुलाकात के दौरान चीन ने नेपाल को 56 अरब नेपाली रुपये की मदद देने का एलान किया। नेपाली राष्ट्रपति ने चिनफिंग के सम्मान में भोज दिया। वहीं, नेपाली पीएम ओली के साथ उनकी प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत रविवार को होगी। इस बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि समेत कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। आशंका जताई जा रही है कि चीन प्रत्यर्पण संधि का इस्तेमाल तिब्बती शरणार्थियों के खिलाफ कर सकता है, जो बड़ी संख्या में नेपाल में रहते हैं।

काठमांडू और तिब्बत के बीच रेल सेवा होगी बहाल

समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक काठमांडू और तिब्बत के बीच रेल सेवा बहाल करने को लेकर भी दोनों देशों के बीच समझौता होगा। नेपाल चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव में 2017 में शामिल हुआ था। यह रेल सेवा उसी का हिस्सा है। इसके अलावा चीन हाईवे, एयरपोर्ट और बिजली संयंत्रों के निर्माण और सुधार में भी नेपाल की मदद करेगा। हालांकि, अधिकारियों ने प्रत्यर्पण संधि को लेकर आशंका जताई है। अधिकारियों का कहना था कि इस संधि पर हस्ताक्षर किए जाने के आसार कम हैं। हालांकि, दोनों ही देशों ने इसे अपनी प्राथमिकता में रखा है।

प्रत्यर्पण संधि पर संशय

हालांकि, अधिकारियों ने प्रत्यर्पण संधि को लेकर आशंका जताई है। अधिकारियों का कहना था कि इस संधि पर हस्ताक्षर किए जाने के आसार कम हैं। हालांकि, दोनों ही देशों ने इसे अपनी प्राथमिकता में रखा है।

भारत के तमिलनाडु के महाबलीपुरम में आयोजित शिखर सम्मेलन के समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इससे पहले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग नेपाल के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना हुए। चिनफिंग महाबलीपुरम में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ दूसरे अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए दो दिवसीय भारत के दौरे पर थे।

chat bot
आपका साथी