अफगानिस्तान में शांति वार्ता से पहले हवाई हमला, 24 की मौत, सरकार ने 30 आतंकियों को मारने का दावा किया
अफगानिस्तान में हुए एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में शनिवार को कुंदूज प्रांत के खानबाद जिले के सैयद रमजान गांव पर हुए हवाई हमले में 24 नागरिकों के मारे जाने की सूचना है।
काबुल, एपी। अफगानिस्तान में हुए एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में शनिवार को कुंदूज प्रांत के खानबाद जिले के सैयद रमजान गांव पर हुए हवाई हमले में 24 नागरिक मारे गए। यह हमला सरकारी फौज की ओर हुआ था। देश के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हमले में 30 तालिबान लड़ाके मारे गए हैं। लेकिन यह भी कहा गया है कि नागरिकों के मारे जाने की खबर की सच्चाई जानी जा रही है। हैरानी की बात यह है कि हमला तब हुआ है जब सरकार के वार्ताकार और तालिबान नेता कतर में पहली बार शांति वार्ता करने वाले हैं।
गांव वालों ने बताया है कि पहला हमला तालिबान लड़ाके के घर पर हुआ। यह घर वास्तव में एक चेक प्वाइंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, जो आने-जाने वालों से पूछताछ करता था। बमबारी से नजदीक के घर में भी आग लग गई जिसमें एक परिवार मौजूद था। ग्रामीण जब उस परिवार को बचाने के लिए जलते हुए घर की ओर दौड़े, तभी दूसरा हवाई हमला हो गया। इसी में ज्यादातर लोग मारे गए।
लतीफ रहमानी नाम का ग्रामीण उस समय अपने घर में मौजूद था, उसी ने फोन पर हमले की सूचना दी है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने सरकार की ओर से हवाई हमले की निंदा की है। कहा है कि यह तब हुआ है जबकि इलाके में तालिबान की ओर से कोई सैन्य गतिविधि नहीं चलाई जा रही थी। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस तरह के टकराव की निंदा की है जिसमें निर्दोष नागरिकों की जान जाए।
हाल ही में अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सुलह परिषद के अध्यक्ष अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने कहा था कि दोहा में सरकार और तालिबान के बीच वार्ता आसान नहीं होगी। अफगान टीम को ऐसे मसलों का सामना करना पड़ेगा जिसमें सख्त फैसले लेने की जरूरत पड़ेगी। बीते दिनों ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि हम तालिबान के साथ अच्छी सौदेबाजी कर रहे हैं। वे लोग बहुत कठोर हैं, बहुत चालाक हैं। वे बहुत तेज हैं। आप जानते हैं कि यह सब 19 साल से चल रहा है और साफ-साफ कहें तो अब वे भी इस लड़ाई से थक चुके हैं।