अफगानी सैनिकों के साथ लड़ाई में मारे गए 27 तालिबानी लड़ाकू, रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी

जाबुल प्रांत के अरगंदाब शिंकजई और शाह जोई जिले में सुरक्षा बलों और तालिबानी लड़ाकों के बीच मुठभेड हुई। इसमें 24 लड़ाके मारे गए हैं और 27 अन्य घायल हो गए हैं।

By Neel RajputEdited By: Publish:Fri, 24 Jul 2020 12:40 PM (IST) Updated:Fri, 24 Jul 2020 12:40 PM (IST)
अफगानी सैनिकों के साथ लड़ाई में मारे गए 27 तालिबानी लड़ाकू, रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी
अफगानी सैनिकों के साथ लड़ाई में मारे गए 27 तालिबानी लड़ाकू, रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी

काबुल, एएएनआइ। अफगानिस्तान के जाबुल प्रांत (Zabul Province) में अफगानी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड में 24 तालिबानी लड़ाकू मारे गए जबकि 27 अन्य घायल हो गए हैं। टोलो न्यूज के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि जाबुल प्रांत के अरगंदाब (Arghandab), शिंकजई (Shinkzai) और शाह जोई (Shah Joi) जिले में सुरक्षा बलों और तालिबानी लड़ाकों के बीच मुठभेड हुई। इसमें 24 लड़ाके मारे गए हैं और 27 अन्य घायल हो गए हैं। हालांकि, तालिबान की तरफ से अभी तक इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं की गई है।  

आत्मघाती हमले में 8 सैनिक ढेर

इससे कुछ दिन पहले तालिबान संगठन ने आठ अफगान सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था। अफगानिस्‍तान के वारदाक में एक आत्‍मघाती कार बम विस्‍फोट में 8 अफगान सैनिकों की मौत हो गई है। इस हमले की जिम्‍मेदारी तालिबान संगठन ने ली है। इस हमले में 9 अन्य सैनिक भी घायल हो गए थे। इस हमले के दो दिन पूर्व दोहा में तालिबान ने हमले के संकेत दिए थे।

अफगान सरकार के हवाई हमले में 14 की मौत

जानकारी के लिए बता दें कि, अफगानिस्तान के पश्चिमी हेरात प्रांत में हवाई हमले में 14 लोग मारे गए थे। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। पूर्व तालिबानी लड़ाके गुलाम नबी की वापसी पर स्वागत के लिए सैंकड़ों लोग हेरात के अद्रास्कान जिले में मौजूद थे तभी वहां आसमान में एयरक्राफ्ट मंडराता दिखा। वहां मौजूद प्रत्यक्षर्शी नूर रहमती ने यह जानकारी दी थी। रहमती के परिवार के तीन सदस्य इस हवाई हमले में मारे गए। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी अब्दुल खलीक ने कहा, 'ये पीड़ित तालिबान के नहीं हैं। वे सिर्फ घर लौट रहे अपने एक रिश्तेदार से मिलना चाहते थे।' खलीक का भाई अब्दुल्ला इस हमले में घायल हो गया।

बता दें कि, फरवरी के अंत में, अमेरिका और तालिबान ने एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस प्रस्ताव में अमेरिकी सेना की वापसी की बात कही गई थी। 

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