अफगानिस्तान के बल्ख प्रांत में हुए हवाई हमले में 25 तालिबानी आतंकवादी मारे गए
तालिबान ने फिलहाल इस मामले पर कोई बयान जारी नहीं किया है।
काबुल (अफगानिस्तान), एएनआइ। अफगानिस्तान के उत्तरी बल्ख प्रांत में बुधवार रात एक हवाई हमले में 25 तालिबानी आतंकवादी मारे गए हैं। TOLO न्यूज के अनुसार, प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता मुनीर अहमद फरहाद ने बताया कि हवाई हमला बल्ख जिले के दौलत अबाद गांव में हुआ। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, एयरफोर्स ने एक किसान के घर को निशाना बनाया था और स्ट्राइक के दौरान एक बच्चे और एक महिला सहित चार नागरिकों की मौत हो गई थी। हालांकि, यह दावा फरहाद और 209 वीं शाहीन सैन्य वाहिनी के अन्य अधिकारियों द्वारा खारिज कर दिया गया है। वहीं, तालिबान ने मामले पर कोई बयान जारी नहीं किया है।
तालिबान से वार्ता की तैयारी में जुटी अफगान सरकार
अफगानिस्तान की सरकार मुल्क में बीते दो दशक से जारी खूनी संघर्ष को खत्म करने के प्रयास में आतंकी संगठन तालिबान के साथ शांति वार्ता की तैयारी में जुटी हुई है। वार्ता के लिए गठित की गई टीम ने बातचीत के बिंदुओं को लेकर सांसदों के साथ चर्चा शुरू की। यह उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही तालिबान के साथ वार्ता शुरू हो सकती है।
14 अफगान सैनिकों एवं पुलिसकर्मियों को रिहा किया
वहीं, उससे पहले तालिबान ने देश के कई प्रांतों से 14 अफगान सैनिकों एवं पुलिसकर्मियों को रिहा किया। तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने सोमवार को कहा था कि यह रिहाई अफगानिस्तान के कई हिस्सो से हुई है। शाहीन ने ट्विटर पर लिखा था कि काबुल प्रशासन के 14 सैनिकों और पुलिसकर्मियों के दल को लोगार, नंगरहार और नूरिस्तान प्रांतों में इस्लामिक अमीरात की जेलों से रिहा किया गया। बता दें कि यह रिहाई अफगान सरकार और तालिबान के बीच चल रही कैदी रिहाई प्रक्रिया का हिस्सा थी।
गौरतलब है कि इस वर्ष के फरवरी महीने के अंत में अमेरिका और तालिबान के बीच शांति प्रक्रिया समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसमें 5,000 तालिबान कैदियों की बिना शर्त रिहाई पर सहमति बनी थी। अफगान सरकार ने अमेरिका-तालिबान शांति प्रक्रिया के तहत अब तक अपनी जेलों से 3,000 तालिबान सदस्यों को रिहा किया है।
अफगानिस्तान में करीब दो दशकों से जारी हिंसा को रोकने के लिये 29 फरवरी, 2020 को कतर की राजधानी दोहा में अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। अमेरिका द्वारा किसी भी शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने से पूर्व संघर्ष विराम की मांग की गई थी। शांति समझौते के बाद अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान में 19 वर्ष से सक्रिय सैन्य अभियान को समाप्त कर अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है।