दुश्‍मनों ने रॉकेट से मिलिट्री बेस को बनाया निशाना: सीरियाई आर्मी

सीरिया में विद्रोही ग्रुप सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्स ने सरकार के मिलिट्री बेस पर हमला किया है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Mon, 30 Apr 2018 02:06 PM (IST) Updated:Mon, 30 Apr 2018 03:34 PM (IST)
दुश्‍मनों ने रॉकेट से मिलिट्री बेस को बनाया निशाना: सीरियाई आर्मी
दुश्‍मनों ने रॉकेट से मिलिट्री बेस को बनाया निशाना: सीरियाई आर्मी

अम्‍मान (रायटर्स)। हामा और अलेप्‍पो स्‍थित मिलिट्री बेस पर रॉकेट से हमला हुआ जिसकी जानकारी सीरियाई आर्मी ने दी। सीरियाई मीडिया के अनुसार, रात करीब 10.30 बजे दुश्मनों ने मिसाइल से हमला किया। वहीं, एसडीएफ ने कहा कि उनके लड़ाकों ने बशर अल-असद सेना का जमकर मुकाबला किया।

हमले के बाद सीरिया पर बारीकी से निगरानी रख रहे खुफिया सूत्रों ने बताया कि यह हमला इरान समर्थित मिलिट्री बेस के कई कमांडर सेंटर्स पर किया गया था। हमले में कई मौतें हुई साथ ही कई दर्जन लोग घायल हुए।

वहीं, सीरिया में इजरायल द्वारा ईरान समर्थित मिलिट्री बेस या विद्रोहियों को निशाना बनाया जा रहा है। सीरिया में शिया लेबनीज ग्रुप हिजबुल्ला को इजरायल निशाना बना रहा है। हाल ही में बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि वे ईरान और सीरिया के खिलाफ इस महीने भी युद्ध जारी रखेंगे। वहीं, दूसरी ओर सीरियाई मिलिट्री ने यूफ्रेटस नदी पर पश्चिम में डेर अज जोर शहर से सटे चार गांवों पर हमला  कर अपने कब्जे में ले लिया, लेकिन कुछ ही घंटों के बाद विद्रोहियों ने बशर की सेना को खदेड़ दिया और फिर से उन गांवों पर कब्जा कर लिया। अमेरिकी सेना ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को दिए अपने बयान में कहा कि एसडीएफ पर सरकार समर्थित सैनिकों ने हमला  किया। अमेरिका ने कहा कि आईएस के खिलाफ लड़ाई के लिए वे एसडीएफ का समर्थन करते रहेंगे।

इस हमले के बारे में इजरायल के मिलिट्री प्रवक्‍ता लेफ्टीनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने कहा, ‘हम विदेशी रिपोर्टों के बारे में कुछ नहीं कहेंगे और हमारे पास इस वक्‍त कोई सूचना नहीं है।‘ मानवाधिकार की सीरियाई आब्‍जर्वेटरी ने बताया कि रविवार को वेयरहाउस पर निशाना बनाते हुए किए गए हमले में 26 लोग मारे गए जिनमें अधिकांश इरानी और इराकी हैं।

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