मिस्र की मध्यस्थता से फलस्तीन और इजरायल में संघर्ष विराम, चौथे युद्ध का खतरा टला

गाजा क्षेत्र में रॉकेट हमलों और बमबारी के चलते फलस्तीन और इजरायल के बीच एक और युद्ध होने का खतरा सोमवार को टल गया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 06 May 2019 06:22 PM (IST) Updated:Mon, 06 May 2019 06:22 PM (IST)
मिस्र की मध्यस्थता से फलस्तीन और इजरायल में संघर्ष विराम, चौथे युद्ध का खतरा टला
मिस्र की मध्यस्थता से फलस्तीन और इजरायल में संघर्ष विराम, चौथे युद्ध का खतरा टला

गाजा सिटी, एएफपी/रायटर। गाजा क्षेत्र में रॉकेट हमलों और बमबारी के चलते फलस्तीन और इजरायल के बीच एक और युद्ध होने का खतरा सोमवार को टल गया। फलस्तीनी नेताओं ने कहा कि इजरायल के साथ संघर्ष विराम पर सहमति बन गई है।

पिछले दो दिनों के दौरान गाजा में दोनों पक्षों में तनाव खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था। इससे चौथे युद्ध की आशंका जताई जा रही थी। गाजा में इजरायल और फलस्तीनी आतंकियों के बीच 2008 से तीन लड़ाई हो चुकी हैं।

दो फलस्तीनी अधिकारियों और गाजा पर नियंत्रण रखने वाले आतंकी संगठन हमास से जुड़े एक टीवी स्टेशन ने कहा कि संघर्ष विराम समझौता सोमवार तड़के साढ़े चार बजे किया गया। यह समझौता मिस्र की मध्यस्तता से हुआ। इस समझौते पर इजरायल की ओर से अभी कोई बयान नहीं आया है, लेकिन समझौता प्रभावी होने के बाद से ही इजरायल की ओर से कोई हमला नहीं किया गया।

इजरायल ने गाजा सीमा से सटे इलाकों में लोगों की आवाजाही पर लगा प्रतिबंध भी सोमवार सुबह हटा लिया। मिस्र के एक अधिकारी ने संघर्ष विराम समझौते की पुष्टि करते हुए कहा कि इजरायल और हमास के बीच हिंसा से गाजा में 2014 के बाद सबसे खराब हालात हो गए थे।

शनिवार से बिगड़े थे हालात
गाजा में शनिवार से हालात बिगड़ गए थे। इजरायल ने दावा किया था कि हमास ने शनिवार से 690 रॉकेट और मोर्टार दागे। इनमें से 240 को हवाई रक्षा प्रणाली ने मार गिराया। 35 रॉकेट रिहायशी इलाकों में गिरे थे। इजरायल ने इसके जवाब में गाजा में हवाई हमलों में आतंकियों के करीब 350 ठिकानों को निशाना बनाया।

दो दिन में 27 की मौत

दो दिन चले इजरायल के हमलों में नौ आतंकियों समेत 23 फलस्तीनी नागरिक मारे गए। जबकि हमास के हमलों में चार इजरायली नागरिकों की मौत हुई।

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