जापान कोरोना के मरीजों की संख्‍या 13,000 के पार, छुट्टियों में प्रसार तेज होने की आशंका

जापान की राजधानी टोक्‍यो में कोरोना वायरस के 103 नए मामलों की पुष्टि हुई है। जापान सरकार ने यह आशंका जाहिर की गई है छुट्टियों के सीजन में कोरोना का प्रसार तेज हो सकता है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Sat, 25 Apr 2020 06:00 PM (IST) Updated:Sat, 25 Apr 2020 06:08 PM (IST)
जापान कोरोना के मरीजों की संख्‍या 13,000 के पार, छुट्टियों में प्रसार तेज होने की आशंका
जापान कोरोना के मरीजों की संख्‍या 13,000 के पार, छुट्टियों में प्रसार तेज होने की आशंका

टोक्‍यो, एजेंसी। जापान की राजधानी टोक्‍यो में कोरोना वायरस के 103 नए मामलों की पुष्टि हुई है। जापान सरकार ने यह आशंका जाहिर की गई है  गोल्डन वीक की छुट्टी अवधि के दौरान कोरोना का प्रसार तेज हो सकता है। संक्रमितों की संख्‍या में भारी इजाफा हो सकता है। शुक्रवार को जापान में कोरोना वायरस के 161 नए मामले सामने आए हैं। यह संख्‍या 20 अप्रैल के बाद सर्वाधिक कम थी। देश में कोरोना के कुल मरीजों की संख्‍या   13,000 के पार पहुंच गई है। इसके साथ ही यहां कोरोना से मरने वालों की तादाद बढ़कर 345 पहुंच गई है।

प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने आपातस्थिति की घोषणा की

 जापान में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने आपातस्थिति की घोषणा कर दी है। साथ ही अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर से निपटने के लिए एक ट्रिलियन डॉलर (76 लाख करोड़ रुपये) के प्रोत्साहन पैकेज का एलान किया। जापान में इस समय 3,650 कोरोना मरीज हैं, जो तमाम देशों की तुलना में बहुत कम हैं। जापान दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है। प्रधानमंत्री एबी के अनुसार ऐसा राजधानी टोक्यो समेत देश के कुछ इलाकों में कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर किया गया। जापान में कुछ हफ्ते पहले करीब दो हजार मरीज सामने आए थे, लेकिन इसके बाद उनकी संख्या में बढ़ोतरी कम हो गई और माना गया कि देश में महामारी नियंत्रित हो गई है। 

लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर अर्थदंड भी 

जपान में कुछ दिन पूर्व कोरोना ने फिर से सिर उठा लिया। नियंत्रण के कुछ उपाय लागू किए गए, लेकिन जब वे कारगर साबित नहीं हुए तो अब राष्ट्रीय आपातस्थिति घोषित कर सरकार ने ज्यादा सख्ती का फैसला किया है। इस स्थिति में लॉकडाउन कर लोगों को घर पर रखा जा सकेगा, कारोबार और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे जा सकेंगे और यातायात को नियंत्रित किया जाएगा। इस दौरान भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जाएगी और निजी इमारतों को भी चिकित्सकीय कार्यो के लिए लिया जा सकेगा। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर अर्थदंड भी लगाया जा सकेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, यह व्यवस्था फिलहाल एक महीने के लिए लागू की गई है। इसमें हम सभी देशवासियों का सहयोग चाहते हैं। एबी ने स्पष्ट किया कि देश में आपातस्थिति लगाई गई है और कुछ पाबंदियां भी लगाई जाएंगी, लेकिन वे वैसी नहीं होंगी जैसी अन्य देशों में लगाई गई हैं जिनसे जनजीवन पूरी तरह से ठप हो गया है। 

chat bot
आपका साथी