जापान ने माना कि फुकुशिमा में रेडिएशन से हुई थी एक मजदूर की मौत
जापान के स्वास्थ्य, श्रम और कल्याण मंत्रालय ने माना है कि फुकुशिमा संयंत्र के चार कर्मी विकिरण से बीमार हुए थे।
टोक्यो, रायटर। जापान ने पहली बार माना है कि फुकुशिमा परमाणु ऊर्जा संयंत्र में काम करने वाले एक कर्मचारी की मौत रेडिएशन (विकिरण) से हुई थी। मार्च, 2011 में आए 9.0 तीव्रता के भूकंप में यह संयंत्र तबाह हो गया था। इसे 1986 में रूस के चेरनोबिल परमाणु संयंत्र में हुए हादसे के बाद दुनिया की सबसे भयानक परमाणु आपदा माना जाता है।
जापान के स्वास्थ्य, श्रम और कल्याण मंत्रालय ने माना है कि फुकुशिमा संयंत्र के चार कर्मी विकिरण से बीमार हुए थे। उनमें से एक की फेफड़े के कैंसर से मौत हो गई थी। बीते शुक्रवार को मंत्रालय ने 50 वर्षीय इस कर्मचारी के परिवार को मुआवजा देने की घोषणा की। इस कर्मचारी ने मार्च, 2011 में संयंत्र के पिघलने के बाद दो बार वहां कुछ दिनों के लिए काम किया था।
फरवरी, 2016 में उसके फेफड़े के कैंसर से पीड़ित होने का पता चला था। फुकुशिमा संयंत्र पर टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर का मालिकाना हक है। आपदा के बाद मुआवजे को लेकर कंपनी पर कई मुकदमे चल रहे हैं। जापान में भूकंप के बाद आई सुनामी में करीब 18 हजार लोगों की जान गई थी। फुकुशिमा संयंत्र में हुई दुर्घटना के कारण आसपास के करीब 1.6 लाख लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा था। सरकार ने पहले कहा था कि संयंत्र में विकिरण से किसी की जान नहीं गई।