Japan Earthquake: भूकंप के जोरदार झटकों से हिला उत्तरपूर्वी जापान, 6.2 की तीव्रता

भूकंप की गहराई जमीन से लगभग 50 किलोमीटर नीचे थी जिसकी वजह से इसका असर कम हो गया।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Sun, 04 Aug 2019 04:36 PM (IST) Updated:Sun, 04 Aug 2019 05:25 PM (IST)
Japan Earthquake: भूकंप के जोरदार झटकों से हिला उत्तरपूर्वी जापान, 6.2 की तीव्रता
Japan Earthquake: भूकंप के जोरदार झटकों से हिला उत्तरपूर्वी जापान, 6.2 की तीव्रता

टोक्यो, एएनआइ। उत्तरपूर्वी जापान भूकंप के जोरदार झटकों से हिल गया है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 आंकी गई है। फिलहाल सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।

United States Geological Survey (USGS): Earthquake of magnitude 6.3 occurred near the east coast of Honshu, Japan, today at 10:23 UTC (Coordinated Universal Time).— ANI (@ANI) August 4, 2019

जापान भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग के मुताबिक भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 7.23 बजे उत्तरपूर्वी जापान के तट पर आया। भूकंप की गहराई जमीन से लगभग 50 किलोमीटर नीचे थी, जिसकी वजह से इसका असर कम हो गया। किसी तरह के नुकसान की फिलहाल कोई रिपोर्ट नहीं है।

बता दें कि जापान दुनिया में भूकंप के सबसे सक्रिय क्षेत्रों में से एक है। यहां भूकंप आम हैं। जापान में दुनिया के 6 या उससे अधिक तीव्रता के भूकंपों का लगभग 20 प्रतिशत है।

जानें, क्यों आता है भूकंप
धरती की ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है। जहां भी ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं, वहां पर भूकंप का खतरा पैदा हो जाता है।

भूकंप के दौरान ऐसा करने से बचें
- भूकंप के दौरान लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।
- बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
- कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं।
- अगर गाड़ी या कोई भी वाहन चला रहे हो तो उसे फौरन रोक दें।
- वाहन चला रहे हैं तो पुल से दूर सड़क के किनारे गाड़ी रोक लें।
- भूकंप आने पर तुरंत सुरक्षित और खुले मैदान में जाएं।
- भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे आदि ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं।

क्या होता है रिक्टर स्केल
भूकंप के समय भूमि में हुई कंपन को रिक्टर स्केल या मैग्नीट्यूड कहा जाता है। रिक्टर स्केल का पूरा नाम रिक्टर परिणाम परीक्षण ( रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल ) है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर जितनी ज्यादा होती है, भूमि में उतना ही अधिक कंपन होता है। जैसे-जैसे भूकंप की तीव्रता बढ़ती है नुकसान भी ज्यादा होता है। जैसे रिक्टर स्केल पर 8 की तीव्रता वाला भूकंप ज्यादा नुकसान करेगा। वहीं 3 या 4 की तीव्रता वाला भूकंप हल्का होगा।

भूकंप की तीव्रता के हिसाब से क्‍या हो सकता है असर
- 0 से 1.9 की तीव्रता वाले भूकंप का पता सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही चलता है।
- 2 से 2.9 की तीव्रता वाले भूकंप से सिर्फ हल्की कंपन होती है।
- 3 से 3.9 की तीव्रता वाले भूकंप के दैरान ऐसा लगता की कोई ट्रक आपके बगल से गुजरा हो।
- 4 से 4.9 की तीव्रता वाला भूकंप खिड़कियां तोड़ सकता हैं।
- 5 से 5.9 की तीव्रता पर घर का सामान हिल सकता है।
- 6 से 6.9 की तीव्रता वाले भूकंप से इमारतों की नींव में दरार आ सकती है।
- 7 से 7.9 की तीव्रता वाला भूकंप इमारतों को गिरा सकता है।
- 8 से 8.9 की तीव्रता वाला भूकंप आने पर बड़े पुल भी गिर सकते हैं।
- 9 से ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप पूरी तरह से तबाही मचा सकते हैं। अगर समंदर नजदीक हो तो सुनामी भी आ सकती है।

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