अमेरिका के साथ ट्रेड वार पर चीन नरम, 200 अरब डॉलर के आयात का देगा प्रस्ताव

रिपोर्ट में कहा कि चीनी वार्ताकार अमेरिकी प्रशासन को 200 अरब डॉलर की अमेरिकी वस्तुओं के आयात का प्रस्ताव देने की तैयारी में हैं।

By Arti YadavEdited By: Publish:Sat, 19 May 2018 08:05 AM (IST) Updated:Sat, 19 May 2018 08:05 AM (IST)
अमेरिका के साथ ट्रेड वार पर चीन नरम, 200 अरब डॉलर के आयात का देगा प्रस्ताव
अमेरिका के साथ ट्रेड वार पर चीन नरम, 200 अरब डॉलर के आयात का देगा प्रस्ताव

हांगकांग (एपी)। अमेरिका के साथ बनी ट्रेड वार की स्थिति पर चीन का तेवर नरम पड़ता दिख रहा है। मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि अमेरिका के साथ व्यापार घाटा को संतुलित करने के लिए चीन अमेरिका से 200 अरब डॉलर का आयात करने का प्रस्ताव दे सकता है। विवाद सुलझाने के लिए दोनों देश उच्चस्तरीय बैठक कर रहे हैं।

इस बीच, चीन ने अमेरिका से आयातित होने वाले ज्वार को लेकर चल रही एंटी डंपिंग जांच को बंद करने का फैसला किया है। साथ ही टेक्नोलॉजी कंपनी तोशिबा के मेमोरी चिप कारोबार की बिक्री के सौदे को भी मंजूरी दे दी है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि जनहित को देखते हुए अमेरिकी ज्वार को लेकर चल रही जांच बंद कर दी गई है। अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी फर्म बेन कैपिटल द्वारा तोशिबा कॉर्प के कंप्यूटर मेमोरी चिप कारोबार को खरीदने के सौदे को भी मंजूरी दी गई है।

अमेरिका के साथ व्यापार मसले पर चर्चा के लिए चीनी उपप्रधानमंत्री लिउ ही की अगुआई में चीनी प्रतिनिधिमंडल अमेरिका पहुंचा है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चीनी वार्ताकार अमेरिकी प्रशासन को 200 अरब डॉलर की अमेरिकी वस्तुओं के आयात का प्रस्ताव देने की तैयारी में हैं। हालांकि चीन ने अभी ऐसे किसी कदम की पुष्टि नहीं की है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने कहा कि अभी बातचीत चल रही है।

अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाएंगे भारत और ईयू

भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में उन अमेरिकी वस्तुओं की सूची सौंपी है, जिन पर ये देश आयात शुल्क बढ़ाया जा सकता है। आयातित एल्युमीनियम और इस्पात पर टैरिफ बढ़ाने के अमेरिकी फैसले के खिलाफ इन देशों ने यह कदम उठाया है। ईयू ने चावल, मक्का, पीनट बटर, स्टील उत्पाद व कुछ अन्य वस्तुओं को सूची में रखा है। वहीं भारत ने सोयाबीन के तेल, पामोलिन और काजू को सूची में रखा है, जिन पर आयात शुल्क बढ़ाया जा सकता है।

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