अमेरिका की चीन को चेतावनी, प्रशांत क्षेत्र में 'एक इंच' भी जगह नहीं छोड़ेंगे

मार्क एस्पर ने कहा कि चीन दुनिया में अपना दबदबा बनाना चाहता है। इसी कारण हर कहीं आक्रामक रवैया अपना रहा है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Fri, 28 Aug 2020 09:26 AM (IST) Updated:Fri, 28 Aug 2020 09:26 AM (IST)
अमेरिका की चीन को चेतावनी, प्रशांत क्षेत्र में 'एक इंच' भी जगह नहीं छोड़ेंगे
अमेरिका की चीन को चेतावनी, प्रशांत क्षेत्र में 'एक इंच' भी जगह नहीं छोड़ेंगे

वाशिंगटन, रायटर। अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने अप्रत्यक्ष रूप से चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका देश प्रशांत क्षेत्र में किसी के लिए एक इंच जगह भी नहीं छोड़ेगा। इस क्षेत्र में अमेरिका अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेगा। हवाई प्रांत की यात्रा के दौरान एस्पर ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र को चीन के साथ ताकत की लड़ाई का केंद्र बताया। उन्होंने कहा कि रूस के अलावा अब चीन की भी दुनियाभर में मौजूदगी है और अमेरिका को वैश्विक स्तर पर दोनों से निपटने में सक्षम होने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, 'हम इस क्षेत्र को छोड़ने वाले नहीं हैं। एक इंच भी नहीं। किसी ऐसे देश के लिए, जिसे लगता है कि उसके शासन तंत्र के अलावा संप्रभुता, मानवाधिकार, प्रेस की आजादी, धार्मिक स्वतंत्रता, सभा की स्वतंत्रता जैसे विषयों पर उसके विचार दूसरों से बेहतर हैं।                                                                   

अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि चीन को अपने वादों से मुकरने की आदत है। वह अंतरराष्ट्रीय कायदे-कानूनों की परवाह नहीं करता। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के एजेंडे के तहत चीनी सेना आक्रामक आधुनिकीकरण प्रोग्राम के जरिये 2050 तक दुनिया में अपना दबदबा कायम करना चाहती है। इसके लिए चीनी सेना दक्षिण-पूर्व चीन सागर, और जहां कहीं उसकी सरकार को जरूरत लगती है, वहां आक्रामक रवैया अपना रही है। इसके बावजूद अमेरिका चीन के साथ काम करके उसे ऐसे रास्ते पर लाने की उम्मीद रखता है, जो अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत आता हो।

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