भारत के लिए दुनिया में हो रही प्रार्थना, अमेरिका दे चुका 50 करोड डॉलर से अधिक मदद

कोविड संकट से जूझ रहे भारत की सलामती के लिए दुनिया भर में प्रार्थनाएं हो रहीं हैं । वहीं तमाम देशों से मदद भी दी जा रही है। इस क्रम में अमेरिका ने बताया कि अब तक वह भारत को 50 करोड डॉलर से अधिक की मदद कर चुका है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Thu, 20 May 2021 05:22 PM (IST) Updated:Thu, 20 May 2021 05:22 PM (IST)
भारत के लिए दुनिया में हो रही प्रार्थना, अमेरिका दे चुका 50 करोड डॉलर से अधिक मदद
भारत के लिए दुनिया कर रहा प्रार्थना, अमेरिकी की ओर से दी जा चुकी 50 करोड डालर की मदद

वाशिंगटन, एजेंसियां।  कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका अब तक भारत को 50 करोड़ डालर (लगभग 3,657 करोड़ रुपये) से अधिक की मदद दे चुका है। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि इसमें अमेरिका की संघीय और राज्य सरकारों, अमेरिकी कंपनियों, संगठनों और निजी लोगों की ओर से की गई मदद शामिल है। इसके तहत विमानों के जरिये स्वास्थ्य सामग्री, आक्सीजन, एन95 मास्क, रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट और दवाएं भेजी गई हैं। उन्होंने कहा कि बाइडन प्रशासन अब कोरोना महामारी से प्रभावित दक्षिण एशिया के अन्य देशों की मदद के लिए काम कर रहा है।

एक अन्य सवाल के जवाब में साकी ने बताया कि अमेरिका शीघ्र ही अन्य देशों को वैक्सीन की आठ करोड़ डोज देगा। इनमें छह करोड़ डोज एस्ट्राजेनेका और दो करोड़ डोज अमेरिका में स्वीकृत वैक्सीन शामिल हैं।

संसदीय समिति ने भारत के प्रति एकजुटता दिखाई 

अमेरिका की एक महत्वपूर्ण संसदीय समिति ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारत के प्रति एकजुटता दिखाई है। इसके साथ ही विदेशी मामलों पर संसद की समिति ने बाइडन प्रशासन से भारत को चिकित्सा सहायता देने का अनुरोध किया है। सांसद ब्रैड शरमैन और स्टीव कैबट द्वारा लाए गए इस प्रस्ताव के 24 सह प्रस्तावक थे। इनमें 13 सदस्य विदेशी मामलों पर संसद की समिति के सदस्य हैं। प्रस्ताव में महामारी के शुरुआती दिनों में भारत द्वारा अमेरिका को दी गई सहायता की सराहना की गई।

कोरोना प्रभावित देशों की मदद के लिए विधेयक 

भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने प्रतिनिधि सभा में एक विधेयक पेश किया है। इसमें भारत और अर्जेटीना जैसे कोरोना वायरस प्रभावित देशों को अमेरिकी मदद बढ़ाने की मांग की गई है। नोविड एक्ट नामक इस विधेयक में अमेरिका से महामारी के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने का अनुरोध किया गया है, ताकि देश को इसकी एक और लहर से बचाया जा सके। नोविड एक्ट में अमेरिका से कोरोना महामारी के खिलाफ वैश्विक रणनीति अपनाने की मांग की गई है।

भारत के लिए प्रार्थना कर रहा विश्व

अमेरिका के शीर्ष नागरिक अधिकार नेता रेव जेस जैक्सन ने कहा है कि इस समय पूरा विश्व भारत और इसके लोगों के लिए प्रार्थना कर रहा है। हालांकि, उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि महात्मा गांधी का देश महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने में कामयाब होगा। शिकागो निवासी जैक्सन बाइडन प्रशासन से यह अनुरोध करने वाशिंगटन आए थे कि वह छह करोड़ डोज एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन भारत को दे दे। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जैक्सन ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस दोनों के सामने यह मुद्दा उठाया है।

कोरोना नियंत्रण के लिए राकफेलर फाउंडेशन ने बनाई कार्य योजना 

प्रतिष्ठित राकफेलर फाउंडेशन ने गुरुवार को रणनीतिक कार्य योजना की सिफारिश की, जो न केवल भारत में कोरोना को नियंत्रित करेगा, बल्कि भविष्य में महामारी की लहर का प्रबंधन भी करेगा। राकफेलर की रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्य योजना को विशेषज्ञों और अन्य महत्वपूर्ण संगठनों की मदद से तैयार किया गया है। इसके अनुसार, भारत को अपने लोगों को महामारी से बचाने के लिए टेस्टिंग और ट्रेसिंग को मजबूत करना चाहिए।

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