अफगानिस्‍तान में अल्‍पसंख्‍यकों की सुरक्षा पर चिंतित हुआ अमेरिका, उचित कदम उठाने का आग्रह

फगानिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर अमेरिकी सांसदों ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री पोंपियो से इस बारे में उचित कदम उठाने का आग्रह किया।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Sat, 09 May 2020 11:37 PM (IST) Updated:Sat, 09 May 2020 11:37 PM (IST)
अफगानिस्‍तान में अल्‍पसंख्‍यकों की सुरक्षा पर चिंतित हुआ अमेरिका,  उचित कदम उठाने का आग्रह
अफगानिस्‍तान में अल्‍पसंख्‍यकों की सुरक्षा पर चिंतित हुआ अमेरिका, उचित कदम उठाने का आग्रह

वाशिंगटन, एएनआइ। अफगानिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर अमेरिकी सांसदों ने गहरी चिंता जताई है। उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो से इस बारे में उचित कदम उठाने का आग्रह किया। सांसदों ने वहां रहने वाले सिखों और ¨हदुओं को सुरक्षित जगह बसाने की भी अपील की है।

अफगानिस्तान में सिख और हिंदू  समुदाय के लगभग ढाई लाख

बता दें कि एक समय अफगानिस्तान में सिख और हिंदू  समुदाय के लगभग ढाई लाख लोग रहते थे, लेकिन भेदभाव और ¨हसा के चलते अब वहां पर दोनों समुदाय के लगभग 100 परिवार ही शेष बचे हैं। चार मई को लिखे पत्र में सिख कॉकस के सह अध्यक्ष जॉन गारामेंडी और 25 अन्य सांसदों ने पोंपियो के समक्ष अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मसला उठाया।

सिख समुदाय पर इस्लामिक स्टेट के आतंकी हमले का खतरा

उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान में सिख समुदाय पर इस्लामिक स्टेट के आतंकी हमले का खतरा लगातार मंडरा रहा है। इसके अलावा सांसदों ने अमेरिकी विदेश मंत्री को यह भी सलाह दी कि अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता गठबंधन में और भी देशों को जोड़ें ताकि इन अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षित पुनर्वास की प्रक्रिया सुनिशिचत हो सके। सांसदों ने यह भी कहा कि कोरोना के कारण जारी यात्रा प्रतिबंधों से वह पूरी तरह अवगत हैं और इस कारण शरणार्थियों को कहीं शरण नहीं मिल रही है।

अमेरिकी सिख कॉकस कमेटी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हरप्रीत सिंह और कोआर्डिनेटर प्रीतपाल सिंह, अमेरिका सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एजीपीसी) ने संयुक्त बयान में इस मुद्दे को उठाने के लिए सांसदों का स्वागत किया और बताया कि इस समुदाय में से कई लोग अफगानिस्तान के बाहर पुनर्वास की मांग कर रहे हैं 

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