ट्रंप भी हुए मोदी के मुरीद, अमेरिकी प्रशासन ने की संरक्षणवाद की पैरवी

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के कई नेताओं ने दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच के वार्षिक सम्मेलन में संरक्षणवाद का विरोध किया है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Wed, 24 Jan 2018 07:12 PM (IST) Updated:Wed, 24 Jan 2018 07:13 PM (IST)
ट्रंप भी हुए मोदी के मुरीद, अमेरिकी प्रशासन ने की संरक्षणवाद की पैरवी
ट्रंप भी हुए मोदी के मुरीद, अमेरिकी प्रशासन ने की संरक्षणवाद की पैरवी

दावोस, पीटीआइ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्घाटन भाषण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए संरक्षणवाद की पैरवी की है। ट्रंप प्रशासन ने जोर देकर कहा कि संरक्षवाद सभी बाजारों को सुचारु रूप से कार्य करने देने के लिए जरूरी है। हालांकि उन्होंने शुक्रवार को होने वाले ट्रंप के समापन भाषण के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के कई नेताओं ने दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच के वार्षिक सम्मेलन में संरक्षणवाद का विरोध किया है। मोदी ने इसे वैश्वीकरण के हित में तत्काल प्रभाव से बंद करने को कहा है।

अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विलबर रॉस ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अमेरिका अब संपत्ति के अधिकारों, स्टील और अल्यूमिनियम का संरक्षण करेगा। रॉस ने कहा कि सभी नियमों का पालन करें इसके लिए संरक्षणवाद जरूरी है, ताकि इसकी मदद से बाजार का संचालन सुचारु रूप से हो।

अमेरिका के ट्रेजरी सचिव स्टीवन नूचिन ने दावोस में वैश्वीकरण बनाम अमेरिका फ‌र्स्ट की चर्चा पर यह एक महत्वपूर्ण मंच है। और विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के नाते उनका मकसद महत्वपूर्ण प्रतिपक्षियों से बात करना है।

उधर पीएम मोदी के दावोस में दिए गए भाषण की प्रशंसा करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संरक्षणवाद के खिलाफ दिया भाषण सुना। ये बयान दर्शाता है कि मौजूदा वक्त में ग्लोबलाइजेश दुनिया का ट्रेंड बन गया है। इससे विकासशील देशों समेत सभी देशों को लाभ पहुंचता है। संरक्षणवाद के खिलाफ लड़ने और ग्लोबलाइजेशन को बढ़ावा देने में भारत और चीन के बीच काफी समानता है।

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