सुरक्षा परिषद ने जैश का नाम लेकर पुलवामा हमले की निंदा की
सुरक्षा परिषद के सदस्यों का मानना है कि किसी भी रूप में आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और शांति के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद द्वारा पुलवामा में किए गए हमले की निंदा की है। साथ ही इस हमले की साजिशकर्ताओं, आयोजकों और प्रायोजकों के खिलाफ कार्रवाई का आह्वान किया है।
यूएनएससी ने जैश-ए-मुहम्मद के खिलाफ कार्रवाई में सभी से सहयोग की अपील की
संयुक्त राष्ट्र की सबसे ताकतवार 15 सदस्यीय संस्था ने अपनी निंदा में पाकिस्तान में पल रहे आतंकी संगठन का नाम भी लिया है। इसमें वीटो पॉवर वाला चीन भी शामिल है, जिसने जैश सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के सुरक्षा परिषद प्रतिबंध कमेटी की कोशिशों को रोक दिया था।
यूएनएससी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, 'सुरक्षा परिषद के सदस्य जम्मू एवं कश्मीर में हुए जघंन्य और कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। इसमें भारतीय अर्धसैनिक बल के 40 जवान शहीद हो गए थे और जिसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मुहम्मद ने ली है।'
बयान में आगे कहा गया है कि सुरक्षा परिषद के सदस्यों का मानना है कि किसी भी रूप में आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और शांति के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है।
सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने इस आतंकवादी हमले की साजिश रचने वालों, उसके लिए धन देने वालों और उसे समर्थन देने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जरूरत पर रेखांकित किया है।
यूएनएससी ने सभी देशों से अंतरराष्ट्रीय कानून और सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों के मुताबिक हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए भारत सरकार और संबंधित विभागों के साथ सहयोग की अपील भी की है। इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस भी पुलवामा हमले की निंदा कर चुके हैं। उन्होंने भी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था।