वैक्सीन राष्ट्रवाद पर यूएन ने जताई चिंता, गुतेरस ने गरीब देशों में मदद की अपील की

गुतेरस ने सभी देशों से अपील की कि वे अफ्रीका व अन्य गरीब देशों में वैक्सीन के लिए आगे आएं। विश्व स्वास्थ्य संगठन को अगले दो महीने में गरीब देशों के लिए वैक्सीन खरीदने और उसके वितरण के लिए 4.2 बिलियन डालर की जरूरत पड़ेगी।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Thu, 10 Dec 2020 06:35 PM (IST) Updated:Thu, 10 Dec 2020 06:35 PM (IST)
वैक्सीन राष्ट्रवाद पर यूएन ने जताई चिंता, गुतेरस ने गरीब देशों में मदद की अपील की
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस की फाइल फोटो

न्यूयॉर्क, एजेंसियां। कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिए दुनियाभर में वैक्सीन को लेकर चल रही मशक्कत के बीच संयुक्त राष्ट्र ने बड़ी चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा है कि वैक्सीन राष्ट्रवाद के चलते कुछ धनी देश अपने यहां भारी-भरकम इंतजाम कर रहे हैं और ये देख रहे हैं कि उन्हें कब वैक्सीन मिलेगी। वहीं विश्व के तमाम गरीब देश इन तैयारियों को सिर्फ देख पा रहे हैं।

उन्होंने सभी देशों से अपील की कि वे अफ्रीका व अन्य गरीब देशों में वैक्सीन के लिए आगे आएं। विश्व स्वास्थ्य संगठन को अगले दो महीने में गरीब देशों के लिए वैक्सीन खरीदने और उसके वितरण के लिए 4.2 बिलियन डालर की जरूरत पड़ेगी। गुतेरस ने कहा कि वैक्सीन उपलब्ध होते ही वह भी सार्वजनिक रूप से इसे लेंगे। वैक्सीन लेकर हम अपनी ही नहीं पूरे समाज की सुरक्षा में योगदान देंगे। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन, बहरीन और कनाडा ने फाइजर-बॉयोटेक वैक्सीन को पिछले सप्ताह ही मंजूरी दे दी है। अमेरिका भी इस सप्ताह वैक्सीन को मंजूरी देने वाला है। माडर्ना की वैक्सीन भी इस माह के अंत तक आने वाली है।

विश्व स्वास्थ्य सगंठन (WHO) प्रमुख टेड्रोस अदनोन घेबरेसर्स ने कहा है कि वैक्सीन का विश्व में समान रूप से वितरण करके ही महामारी पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि 2021 में वैक्सीन लगाने के लिए 23.9 बिलियन डालर की जरूरत पड़ेगी।

कनाडा ने फाइजर की वैक्सीन को मंजूरी दी

कनाडा ने फाइजर-बॉयोटेक को मंजूरी दे दी है। यह देश वर्तमान में महामारी की दूसरी लहर से बेहाल है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दो दिन पहले घोषणा की थी कि ढाई लाख वैक्सीन डोज साल के अंत तक मिलने वाली हैं।

मीडिया में आई खबरों के अनुसार फाइजर की पहली डोज अगले सप्ताह मिलने वाली है। इसके लिए मुख्य शहरों में 14 केन्द्र बनाए गए हैं। महामारी से लड़ने में अग्रिम पंक्ति में काम कर रहे लोगों को पहले वैक्सीन दी जाएगी।

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