अमेरिका में सोशल मीडिया में लगी लगाम, राष्‍ट्रपति ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर किए हस्‍ताक्षर

ट्रंप ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को विनियमित करने के लिए सरकार के नियंत्रण को बढ़ाने के उद्देश्य से एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 09:51 AM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 10:31 AM (IST)
अमेरिका में सोशल मीडिया में लगी लगाम, राष्‍ट्रपति ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर किए हस्‍ताक्षर
अमेरिका में सोशल मीडिया में लगी लगाम, राष्‍ट्रपति ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर किए हस्‍ताक्षर

वाशिंगटन, एजेंसी। सोशल मीडिया का सशक्‍त प्‍लेटफॉर्म ट्विटर और अमेरिकी राष्‍ट्रपति के बीच छिड़ी जंग अब एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। ट्रंप ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को विनियमित करने के लिए सरकार के नियंत्रण को बढ़ाने के उद्देश्य से एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए। सीएनएन ने बताया कि आदेश पर हस्ताक्षर करने से पहले ओवल कार्यालय में एक वार्ता के दौरान ट्रंप ने कहा कि मुक्‍त भाषण की रक्षा के लिए यह कदम जरूरी था। उन्‍होंने कहा कि अमेरिकी इतिहास यह सबसे गंभीर खतरों में एक है। 

ट्विटर ने ट्रंप के दो ट्वीट को भ्रामक करार दिए 

गौरतलब है कि ट्विटर द्वारा अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के दो ट्वीट को भ्रामक करार दिए जाने के बाद उन्‍होंने ट्विटर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। राष्‍ट्रपति ट्रंप ने सावधान किया है कि सोशल मीडिया के प्‍लेटफॉर्म 2020 के राष्‍ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में अमेरिकी एजेंसियों ने यह दावा किया था कि 2020 के राष्‍ट्रपित चुनाव में एक बार फ‍िर रूसी दखल हो सकता है। इसके बाद अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने यह कहकर सब को चौंका दिया है कि सोशल मीडिया के जरिए भी चुनाव को प्रभावित किया जा सकता है।

टकराव से  सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को विनियमित तक

ट्विटर ने राष्‍ट्रपति के मेल-इन वोटिंग पर सवाल उठाए। ट्विटर ने ट्रंप के कुछ ट्वीट्स को फ्लैग करते हुए फैक्ट-चेक की चेतावनी दी है।  इसके बाद राष्‍ट्रपति ट्रंप ने सिलसिलेवार दो ट्वीट के जरिए ट्विटर पर निशाना साधा है। अपने पहले ट्वीट में लिखा, 'ट्विटर अब 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भी दखल दे रहा है।  ट्रंप ने कहा कि कि मेल-इन बैलट्स के बारे में मेरा बयान बड़े भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े को जन्म देगा। यह गलत है। यह फेक न्यूज सीएनएन और ऐमजॉन वॉशिंगटन पोस्ट की फैक्ट चेकिंग पर आधारित है। इसे ऐसे पेश किया है मानो कोई पाप किया गया हो। एक अन्य ट्वीट में उन्‍होंने कहा कि  ट्विटर पूरी तरह से हमारी स्वतंत्रता पर प्रहार कर रहा है। उन्‍होंने आगे कहा कि एक राष्ट्रपति के रूप में ऐसा कतई नहीं होने दूंगा।  ऐसा पहली बार है जब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति को चेतावनी दी है। इस चेतावनी के बाद ट्रंप ने इसे बोलने की स्वतंत्रता के खिलाफ बताया और अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में दखल करार दिया है। 
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