ट्रंप ने किया PM मोदी को फोन- मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन जारी करने का अनुरोध

भारत में कोरोना के बढञते मामलों के बीच भारतीय विदेश व्यापार महानिदेशालय ने 25 मार्च को मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Sun, 05 Apr 2020 07:59 AM (IST) Updated:Sun, 05 Apr 2020 03:00 PM (IST)
ट्रंप ने किया PM मोदी को फोन- मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन जारी करने का अनुरोध
ट्रंप ने किया PM मोदी को फोन- मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन जारी करने का अनुरोध

वाशिंगटन, प्रेट्र। कोरोना संकट में फंसे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी से टेलीफोन पर बातचीत की। डोनाल्ड ट्रंप ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया है कि वह अमेरिका द्वारा ऑर्डर की गई मलेरिया रोधी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा को जारी करे। गौरतलब है कि भारत ने पिछले महीने दवाओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।ट्रंप ने बताया कि उन्होंने शनिवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी से बात की और अमेरिका के लिएहाइड्रॉक्सीकोलोरोक्वीन दवा जारी करने का अनुरोध किया।

ट्रम्प ने शनिवार को व्हाइट हाउस में अपने दैनिक समाचार सम्मेलन में कहा कि मैंने प्रधान मंत्री मोदी को फोन किया। वे बड़ी मात्रा में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा बनाते हैं। भारत इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है।

गौरतलब है कि भारत के विदेश व्यापार महानिदेशालय ने 25 मार्च को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वाइन के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया, लेकिन कहा कि मानवीय आधार पर कुछ शिपमेंट को विशेष आधार पर अनुमति दी जा सकती है।

मलेरिया रोधी दवा के आ रहे अच्छे नतीजे: ट्रंप

इससे पहले दिए गए अपने एक बयान में ट्रंप ने कहा कि मलेरिया के इलाज में दशकों से इस्तेमाल की जा रही हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा के कोरोना रोगियों के इलाज में अच्छे नतीजे आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हम वायरस के इलाज और रोकथाम में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और दूसरे उपचारों के प्रभाव का निरंतर अध्ययन कर रहे हैं और अपने नतीजों के बारे में पूरी जानकारी देंगे।’ हालांकि ह्वाइट हाउस टास्क फोर्स के एक वरिष्ठ सदस्य ने अभी किसी नतीजे पर पहुंचने को लेकर आगाह किया है, क्योंकि इस संबंध में अभी परीक्षण चल रहे हैं।

अमेरिका में कोरोना का कहर

अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना वायरस के 3 लाख से अधिक मामले और 8000 से अधिक मौतों की पुष्टि के बाद अमेरिका कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा प्रभावित देश के रूप में उभरा है, ऐसी बीमारी जिसका फिलहाल कोई इलाज नहीं है।

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