पाकिस्तान की गिरफ्त में आतंकी हाफिज सईद, ट्रंप प्रशासन को नहीं है भरोसा

2001 में भारत की संसद और 2008 में मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को अब तक 7 बार गिरफ्तार किया जा चुका है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Sat, 20 Jul 2019 02:12 PM (IST) Updated:Sat, 20 Jul 2019 02:12 PM (IST)
पाकिस्तान की गिरफ्त में आतंकी हाफिज सईद, ट्रंप प्रशासन को नहीं है भरोसा
पाकिस्तान की गिरफ्त में आतंकी हाफिज सईद, ट्रंप प्रशासन को नहीं है भरोसा

वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका के दौरे पर जाने से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आतंकी हाफिज सईद (Hafiz Saeed) को गिरफ्तार कर भले ही अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, लेकिन ट्रंप प्रशासन को इस बात पर थोड़ा सा भी भरोसा नहीं है। अमेरिकी अधिकारियों को पाकिस्तान द्वारा की गई कार्रवाई पर शक है। अधिकारियों का मानना है कि पाकिस्तान की इस कार्रवाई से न तो आतंकी हाफिज सईद पर कोई फर्क पड़ा है और न ही उसके आतंकी संगठन लशकरे-तैयबा पर कोई असर पड़ा।

अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि इस बात में कोई शक नहीं है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां इन आतंकी संगठनों की मदद करती हैं। हाल ही में पाकिस्तान ने कुछ आतंकी संगठनों की संपत्तियां जब्त की हैं और हाफिज सईद को भी गिरफ्तार किया है। अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान अबतक 7 बार 2008 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद को गिरफ्तार कर चुका है, लेकिन उसे हर बार छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि अब देखना होगा की इस बार पाकिस्तान हाफिज सईद के खिलाफ क्या ठोस कदम उठाता है।

दरअसल, अमेरिकी प्रशासन की तरफ से ये बयान ऐसे समय में आया जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अमेरिका यात्रा के कुछ ही दिन बचे हैं। बता दें कि साल 2001 में भारत की संसद में हमला करने और साल 2008 में मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को अब तक 7 बार गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन हर बार पाकिस्तान ने उसे छोड़ दिया।

बता दें कि बुधवार को भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों में से एक आतंकी हाफिज सईद को पाकिस्तान की काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट(CTD) ने लाहौर से गिरफ्तार किया था। हाफिज सईद आतंकवाद निरोधक अदालत में पेश होने के लिए गुजरांवाला जा रहा था। पाकिस्तान की इस कार्रवाई को दिखावा मात्र माना जा रहा है। पाकिस्तान सरकार के इस कदम को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के दबाव का नतीजा माना जा रहा है। पाकिस्तान को एफएटीएफ से ब्लैक लिस्ट होने का डर सता रहा है।

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