Joe Biden Cabinet : जानें, किन भारतीयों को मिल सकती है व्‍हाइट हाउस में एंट्री, बाइडन प्रशासन में होगा अहम रोल

Joe Biden Cabinet बाइडन प्रशासन में किन भारतीयों को जगह मिलेगी। आइए जानते हैं कि इस बार किन भारतवंशियों को व्‍हाइट हाउस में मिल सकती हैं जगह। व्‍हाइट हाउस में क्‍या हो सकती है उनकी प्रमुख भूमिका और किन भारतीयों पर होगी सबकी नजरें।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 08:36 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 09:38 AM (IST)
Joe Biden Cabinet : जानें, किन भारतीयों को मिल सकती है व्‍हाइट हाउस में एंट्री, बाइडन प्रशासन में होगा अहम रोल
अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनावी कैंपेन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले भारतवंसी। फाइल फोटो।

वाशिंगटन, ऑनलाइन डेस्‍क। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्‍ट्रपति जो बाइडन भले ही 20 जनवरी को अपना कार्यभार ग्रहण करें, लेकिन बाइडन ने अपने मंत्रिमंडल Joe Biden Cabinet की रूपरेखा बनानी शुरू कर दी है। ऐसे में सबकी नजर इस पर टिकी है कि व्‍हाइट हाउस में किसकी इंट्री होगी। एक बड़ा सवाल और भी है, जहां भारत की भी दिलचस्‍पी शामिल है। भारत की नजर इस पर टिकी है कि बाइडन प्रशासन में किन भारतीयों को जगह मिलेगी। कुछ भारतवंशियों पर सबकी निगाहें हैं। खासकर जिन्‍होंने बाइडन के चुनावी कैंपेन में बढ़चढ़ कर हिस्‍सा लिया। यह उम्‍मीद की जा रही है कि इन भारतीयों को उनके मंत्रिमंडल में जगह जरूर मिलेगी। आइए जानते हैं कि इस बार किन भारतवंशियों को व्‍हाइट हाउस में मिल सकती हैं जगह। व्‍हाइट हाउस में क्‍या हो सकती है उनकी प्रमुख भूमिका और कि किन भारतीयों पर होगी नजरें।

हेल्‍थ सिक्रेटरी या पब्लिक हेल्‍थ के रूप में मिल सकती है बड़ी जिम्‍मेदारी

अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव के दौरान पब्लिक हेल्‍थ और कोरोना वायरस महामारी पर विवेक मूर्ति बाइडन के प्रमुख सलाहकार थे। राष्‍ट्रपति चुनावी कैंपेन के दौरान विवेक मूर्ति लगातार बाइडन को कोरोना वायरस पर ब्रीफ करते थे। इसके अलावा उच्‍च अधिकारियों के साथ मिलकर वह सुरक्षित कैंपेन इवेंट कराने में उनकी मदद करते थे। इतना ही नहीं, बाइडन कई बार विवेक की सार्वजनिक रूप से तारीफ कर चुके हैं। इसलिए यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बाइडन प्रशासन में वह हेल्‍थ सेक्रेटरी बन सकते हैं। कर्नाटक से ताल्‍लुक रखने वाले डॉ. विवेक मूर्ति का जन्‍म 10 जुलाई,1977 को इंग्‍लैंड में हुआ था। बचपन में उनके परिजन इंग्‍लैंड से अमेरिका आ गए। विवेक पेशे से डॉक्‍टर हैं। डॉ. विवेक अमेरिका के 19वें जनरल सर्जन थे। 2014 में तत्‍कालीन अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा ने उन्‍हें अमेरिका के टॉप डॉक्‍टर के पद पर बिठाया था। इस पद पर पहुंचने वाले विवेक सबसे कम उम्र के पहले भारतीय अमेरिकी शख्‍स थे। उस वक्‍त उनकी उम्र 37 साल की थी। डोनाल्‍ड ट्रंप ने उन्‍हें पद से हटा दिया था।

व्‍हाइट हाउस की रेस में अमित जानी

व्‍हाइट हाउस की रेस में अमेति जानी का नाम भी शामिल है। अमित ने बाइडन के चुनावी कैंपेन में अहम भूमिका निभाई थी। वह बाइडन के पॉलिटिकल कैंपेनर थे। उन्‍होंने साउथ एशियन समुदाय के लोगों को बाइडन के साथ जोड़ने में अहम रोल अदा किया। अमित वर्तमान में न्‍यूजर्सी में गवर्नर फ‍िल मर्फी के प्रशासन में कार्यरत हैं। दिलचस्‍प बात यह है कि अमित जानी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशंसक हैं। मोदी के दूसरे कार्यकाल में अमित ने कैप्‍शन के साथ फेसबुक पर कई तस्‍वीरों को पोस्‍ट किया। उन्‍होंने मोदी की जीत पर खुशी व्‍यक्‍त की थी। अमित ने वर्ष 2017 में संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिकारिक यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। अमित के पिता कथित तौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका में भाजपा के प्रवासी मित्रों के संस्थापकों में से एक हैं।

राज चेट्टी को मिल सकती आर्थिक सलाहकार की जिम्‍मेदारी

अमेरिकी अर्थव्‍यवस्‍था पर बाइडन को जानकारी देने वालों में राज चेट्टी प्रमुख हैं। उन्‍होंने पिछले कई वर्षों में आर्थिक गतिशीलता और उससे संबंध मामलों पर शोध किया है। ऐसा माना जा रहा है कि बाइडन प्रशासन में राज चेट्टी को भी बड़ी जिम्‍मेदारी मिल सकती है। अमेरिका में नए राष्‍ट्रपति बाइडन को देश की दो ज्‍वलंत समस्‍याओं से जूझना होगा। उनके लिए अमेरिका में कोरोना वायरस के प्रसार पर रोकना और अमेरिकी अर्थव्‍यवस्‍था को पटरी पर लाना उनकी टीम के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।

डॉ. केसलर से बेहद प्रभावित हैं बाइडन

न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स की एक रिपोर्ट के मुताबिक बाइडन विशेषज्ञों के साथ अपन बातचीत में अक्‍सर डॉ केसलर का जिक्र करते हैं। डॉ. मूर्ति और डॉ केसलर दो प्रमुख च‍िकित्‍सीय व्‍यक्ति हैं, जिनकी सलाह बाइडन ने सार्वजनिक स्‍वास्‍थ्‍य संकट के दौरान मांगी है। एक रिपोर्ट में केसलर के हवाले से कहा गया है कि महामारी के शुरुआती दिनों में वह और मूर्ति हर दिन बाइडन को जानकारी मुहैया कराते थे। केसलर ने कहा कि प्रत्‍येक दिन 80-90 पेज के दस्‍तावेज भेजते थे। उन्‍होंने बताया कि व्‍यापक रोग विज्ञान, चिकित्‍सा विज्ञान, वैक्‍सीन और कोरोना परीक्षण से जुड़ी जानकारी बाइडन को मुहैया कराई जाती थी।

माला अडिगा बनीं अमेरिका की फर्स्‍ट लेडी जिल की नीति निदेशक

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्‍ट्रपति जो बाइडन की टीम में पहली भारतीय अमेरिकी मह‍िला ने अपनी जगह बनाई है। बाइडन ने माला अडिगा को अपनी पत्‍नी और अमेरिका की फर्स्‍ट लेडी जिल बाइडन की नीति निदेशक के रूप में नियुक्‍त किया है। माला पहली भारतीय अमेरिकी मह‍िला हैं, जो बाइडन की टीम का हिस्‍सा हैं। माला ने अमेरिका की फर्स्‍ट लेडी जिल बाइडन के एक वरिष्‍ठ सलाहकार और जो बाइडन के चुनावी कैंपेन में एक वरिष्‍ठ नीति सलाहकार के रूप में महत्‍वपूर्ण भूमिका अदा की है। इसके पूर्व माला बाइडन फाउंडेशन में उच्च शिक्षा और सैन्य परिवारों के लिए निदेशक थीं।

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