उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस से खुश नहीं हैं भारतीय-अमेरिकी

भारतीय-अमेरिकी समूहों को संदेह है कि कमला हैरिस भारत से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने में सक्षम होंगी।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Sun, 16 Aug 2020 02:29 PM (IST) Updated:Sun, 16 Aug 2020 02:29 PM (IST)
उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस से खुश नहीं हैं भारतीय-अमेरिकी
उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस से खुश नहीं हैं भारतीय-अमेरिकी

ह्यूस्टन, पीटीआइ। डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस की उम्मीदवारी को लेकर प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकियों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। जिनमें से अधिकांश ने भारतीय-अमेरिकी सीनेटर के ट्रैक रिकॉर्ड और भारत के प्रति उनके रुख के बारे में प्रतिकूल राय व्यक्त की है।

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन ने बुधवार को भारतीय मूल की 55 वर्षीय सीनेटर कमला हैरिस को उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना है। जमैकाई पिता रिचर्ड हैरिस और भारतीय मां श्यामला गोपालन की संतान कमला हैरिस अगर जीत जाती हैं, तो वह देश की पहली महिला उपराष्ट्रपति होंगी।

हैरिस के चयन के बाद लगभग 3.9 मिलियन (39 लाख) भारतीय-अमेरिकियों की मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। ज्यादातर मतदाताओँ का मानना हैं कि उनके पास इस बात की समझ ही नहीं है कि वह किस चीज के लिए खड़ी हैं और वो ना ही खुद को भारतीय मूल की महिला मानती हैं। हालांकि विभिन्न भारतीय-अमेरिकी समूहों को उनपर गर्व भी है, लेकिन लोगों को संदेह है कि हैरिस भारत से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने में सक्षम होंगी।

प्रतिष्ठित ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पद्म श्री पुरस्कार विजेता सुभाष काक हैरिस के चयन से प्रसन्न हैं, लेकिन उनके राजनीतिक जुड़ाव से वह खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैं उनके राजनीतिक स्थिति से निराश हूं जो भारत के अनुकूल नहीं हैं।

अमेरिका में हिंदुओं के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाली अमेरिकन फॉर हिन्दू के संस्थापक आदित्य सत्संगी मानते हैं कि हैरिस को भारतीय-अमेरिकी वोटों को विभाजित करने के लिए डेमोक्रेट द्वारा योजनाबद्ध तरिके से लाया गया है। उन्होंने कहा कि हैरिस ने हमेशा भारतीय के बजाय अफ्रीकी मूल के होने का दावा किया है और कैलिफोर्निया में एक वकील के रूप में उसका रिकॉर्ड बेहद संदिग्ध है।

लिविंग प्लैनेट फाउंडेशन की संस्थापक कुसुम व्यास हैरिस के उनके ट्रैक रिकॉर्ड पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि क्या हमें ऐसे व्यक्ति का समर्थन करने की जरूरत है जो भारत की कश्मीर नीति की आलोचक हैं और पाकिस्तान के प्रति उनका झुकाव रहा है। वो कानूनी आव्रजन प्रक्रिया को समाप्त करने की सिफारिश करती हैं और अवैध आव्रजन का समर्थन करती हैं, जिससे भारत जैसे देशों से कानूनी रूप से आने वाले लोगों को नुकसान पहुंचा है।

अटलांटा की राधिका सूद ने कहा कि हैरिस भारत विरोधी, हिंदू विरोधी ब्रिगेड की समर्थक है। उन्होंने कभी भी खुद को भारतीय नहीं माना। उन्होंने कहा कि भारतीय-अमेरिकी पाक और चीन समर्थक हैरिस को वोट नहीं देंगे।

chat bot
आपका साथी