अणुओं के बीच अंतर का पता लगा सकता है मानव स्पर्श

कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के एक अन्य प्रोफेसर वीएस रामचंद्रन ने कहा कि इस अध्ययन के जरिये पहली बार यह पता चला है कि मानवीय स्पर्श किस हद तक संवेदनशील होता है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Tue, 19 Dec 2017 03:06 PM (IST) Updated:Tue, 19 Dec 2017 03:06 PM (IST)
अणुओं के बीच अंतर का पता लगा सकता है मानव स्पर्श
अणुओं के बीच अंतर का पता लगा सकता है मानव स्पर्श

लास एंजिलिस (प्रेट्र)। मानव स्पर्श से सतहों के बीच अणुओं की सिर्फ एक परत के अंतर को भी आसानी से महसूस किया जा सकता है। यह जानकारी वैज्ञानिकों ने दी है। इस बारे में किए गए अध्ययन में भारतीय मूल के भी एक वैज्ञानिक शामिल थे। मनुष्य रोजाना कांच, धातु, लकड़ी और प्लास्टिक की सतहों के संपर्क में आता है और इसकी पहचान आसानी से कर लेता है। इसकी वजह इन सतहों की अलग-अलग बनावट और स्पर्श के दौरान अलग-अलग दर से गर्मी का निकलना है। 

शोधकर्ता यह अध्ययन भी करना चाहते हैं कि क्या सिर्फ ऊपरी सतह को बदल देने के बाद भी मनुष्य नीचे की सतह का पता कर सकते हैं या नहीं। अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डेरेन लिपोमी ने कहा कि यह मानव द्वारा दिखाई गई अब तक की सबसे बड़ी स्पर्श संवेदनशीलता है।

कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के एक अन्य प्रोफेसर वीएस रामचंद्रन ने कहा कि इस अध्ययन के जरिये पहली बार यह पता चला है कि मानवीय स्पर्श किस हद तक संवेदनशील होता है। इससे स्पर्श मनोचिकित्सा के प्रति नए दृष्टिकोण का आगाज होगा। इसका मौलिक ज्ञान इलेक्ट्रानिक त्वचा, कृत्रिम अंगों को विकसित करने में उपयोगी होगा। इस अध्ययन का प्रकाशन मैटेरियल्स होराइजन्स में किया गया है।

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