विदेश सचिव श्रृंगला ने बताया तालिबान से भारत की बातचीत कैसी रही? बताई आगामी रणनीति

भारत और तालिबान के अधिकारी दोहा में एक दूसरे से मिले थे और उनकी बैठक को लेकर काफी जानकारी बाहर भी आई थी। इसपर भारत में ही कई पार्टियों ने तालिबान से भारत के रुख को साफ करने के लिए कहा था।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 08:54 AM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 01:47 PM (IST)
विदेश सचिव श्रृंगला ने बताया तालिबान से भारत की बातचीत कैसी रही? बताई आगामी रणनीति
विदेश सचिव श्रृंगला ने अमेरिकी डिप्टी एनएसए से मुलाकात की, अफगानिस्तान, इंडो-पैसिफिक पर हुई चर्चा

वाशिंगटन, डीसी, एएनआइ। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने वाशिंगटन में अमेरिकी विदेश मंत्री समेत कई अधिकारियों से बैठक करने के बाद मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, 'हमें विदेश मंत्री ब्लिंकन से मिलने का अवसर मिला। उन्होंने अपना बहुत समय दिया और अफगानिस्तान से लेकर क्वाड समिट तक के मुद्दों पर और हमारे दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सहयोग पर भी बात की।'

पाकिस्तान या अफगानिस्तान के प्रति अमेरिकी रुख पर विदेश सचिव ने कहा, 'अमेरिका बहुत ध्यान से देख रहा है। वे अब अफगानिस्तान से निकल आया है तो वह अपना अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा है। वे देख रहे हैं कि चीजें कैसे आकार ले रही हैं। मैं यह नहीं कह सकता कि क्या कुछ हो रहा है, लेकिन हमारी तरह, वे भी स्थिति को ध्यान से देख रहे हैं।'

वहीं, तालिबान पर अमेरिका और भारत के रुख पर श्रृंगला ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमें जो बताया गया था, वह यह था कि वे प्रतीक्षा करें और नीति देखें, उन्हें अपने कार्यों को कैलिब्रेट करने की आवश्यकता होगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि स्थिति कैसे विकसित होती है। यह वैसा ही है जैसा हमने कुछ दिन पहले संसदीय ब्रीफिंग में बताया था।'

वेट एंड वाच की स्थिति

उन्होंने कहा कि हमने कहा कि हम वेट एंड वाच स्थिति में है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि हम कुछ भी नहीं कर रहे हैं, इसका मतलब है कि जमीन पर स्थिति बहुत सही नहीं है, आपको इसे यह देखने देना होगा कि यह कैसे विकसित होती है। आपको यह देखना होगा कि सार्वजनिक रूप से दिए गए आश्वासनों को वास्तव में धरातल पर कायम रखा जाता है या नहीं।

भारत और तालिबान की बातचीत कैसे रही?

विदेश सचिव बोले कि उनके (तालिबान) साथ हमारा जुड़ाव सीमित रहा है। ऐसा नहीं है कि हमारे बीच मजबूत बातचीत हुई है। लेकिन अब तक हमने जो भी बातचीत की है, तालिबानी यह संकेत देते हैं कि वे जिस तरह से चीजों को संभालेंगे, वे उचित होंगी। बता दें कि हाल ही में भारत और तालिबान के अधिकारी दोहा में एक दूसरे से मिले थे और उनकी बैठक को लेकर काफी जानकारी बाहर भी आई थी। इसपर भारत में ही कई पार्टियों ने तालिबान से भारत के रुख को साफ करने के लिए कहा था।

व्हाइट हाउस के प्रधान उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से मुलाकात

इससे पहले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस के प्रधान उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फिनर से मुलाकात की और अफगानिस्तान की स्थिति सहित क्षेत्रीय विकास की समीक्षा की। बैठक वाशिंगटन डीसी में श्रृंगला की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दौरान हुई, जहां हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति पर भी चर्चा की गई।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'विदेश सचिव श्रृंगला ने भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर जॉन फिनर, प्रधान डिप्टी एनएसए के साथ बहुत उपयोगी बातचीत की। उन्होंने अफगानिस्तान और भारत-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति सहित क्षेत्रीय विकास की समीक्षा की।'

अपनी यात्रा के दौरान, श्रृंगला ने भारत की आर्थिक सुधार पर यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) के तत्वावधान में प्रमुख अमेरिकी कंपनियों के साथ बातचीत की और सभी क्षेत्रों में व्यापार और एफडीआई को आसान बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर बातचीत की।

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