कार्बोहाइड्रेट की संतुलित मात्रा लेने से असमय मौत का खतरा कम

वैज्ञानिकों ने एक शोध के आधार पर कहा कि कार्बोहाइड्रेट की संतुलित मात्रा लेने से असमय मौत का खतरा कम हो जाता है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Sat, 18 Aug 2018 12:12 PM (IST) Updated:Sat, 18 Aug 2018 12:13 PM (IST)
कार्बोहाइड्रेट की संतुलित मात्रा लेने से असमय मौत का खतरा कम
कार्बोहाइड्रेट की संतुलित मात्रा लेने से असमय मौत का खतरा कम

बोस्टन [प्रेट्र]। अगर आप भोजन में कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा ले रहे हैं या अच्छे स्वास्थ्य की चिंता में कम मात्रा ले रहे हैं, तो ये दोनों ही आपके लिए नुकसान दायक है। अमेरिका के वैज्ञानिकों ने एक शोध के आधार पर कहा कि कार्बोहाइड्रेट की संतुलित मात्रा लेने से असमय मौत का खतरा कम हो जाता है।

बता दें कि हमारे दैनिक भोजन में शामिल दूध के उत्पाद, आलू, बीन्स आदि में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पाई जाती है। अमेरिका में करीब 15 हजार लोगों पर हुए अध्ययन के बाद ये सामने आया कि कार्बोहाइड्रेट की 40 प्रतिशत से कम मात्रा या 70 प्रतिशत से अधिक मात्रा दोनों ही स्वास्थ्य के लिए नुकसान दायक हैं और इनसे मौत का खतरा बढ़ जाता है।

अमेरिका के ब्रिघम एडं वीमेन्स हास्पिटल के शोधकर्ताओं का कहना है कि दैनिक भोजन में कार्बोहाइड्रेट की 50 से 55 प्रतिशत तक मात्रा लेने से मृत्यु का खतरा कम होता है। दुनिया भर के करीब 20 देशों के करीब साढ़े चार लाख लोगों पर किए गए अध्ययन को द लैंसेट पब्लिक हेल्थ जनरल में प्रकाशित किया गया। इसमें बताया गया कि कम कार्बोहाइड्रेट वाले मांसाहारी भोजन के सेवन से भी मौत की आशंका बढ़ जाती है। इसके अलावा कम कार्बोहाइड्रेट वाले शाकाहारी भोजन से उतना नुकसान नहीं है। हास्पिटल की सारा सील्डमेन का कहना है कि हमारे लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि आखिर हमारे भोजन में स्वास्थ्यवर्धक चीजें कौन-कौन सी हैं।

संतुलित भोजन के ये फायदे

शोधकर्ताओं का कहना है कि जो लोग कार्बोहाइड्रेट की संतुलित मात्रा का सेवन करते हैं उनका 50 साल के बाद 33 साल और जीने का अनुमान है। वहीं कम कार्बोहाइड्रेट वाले 29 साल और अधिक वाले 32 साल ही जीते हैं। हालांकि यह आंकड़े अभी केवल छह साल के प्रयोग पर आधारित हैं, शोधकर्ताओं का कहना है कि आगे यह मात्रा घट या बढ़ भी सकती है।

ये खाना फायदेमंद

सारा का कहना है कि आजकल वजन घटाने के लिए कार्बोहाइड्रेट के स्थान पर प्रोटीन आधारित भोजन लोकप्रिय हो रहा है। वहीं हमारे शोध में भी ये सामने आया कि कम कार्बोहाइड्रेट वाले मांसाहारी भोजन के स्थान पर शाकाहारी भोजन अधिक फायदेमंद है। उनका कहना है कि अमेरिका में कम कार्बोहाइड्रेटवाले मांसाहारी भोजन का प्रचलन है जिससे कि मनुष्य का आयुकाल कम हो रहा है।  

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