चीन ने कोविड-19 की गंभीरता को छुपाया, मेडिकल सप्लाई इकट्ठा करने के लिए दुनिया से बोला झूठ

अमेरिकी अधिकारियों का मानना ​​है कि चीन ने कोरोना वायरस प्रकोप की गंभीरता को दुनिया से सामने समय से नहीं रखा।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Mon, 04 May 2020 08:55 AM (IST) Updated:Mon, 04 May 2020 08:55 AM (IST)
चीन ने कोविड-19 की गंभीरता को छुपाया, मेडिकल सप्लाई इकट्ठा करने के लिए दुनिया से बोला झूठ
चीन ने कोविड-19 की गंभीरता को छुपाया, मेडिकल सप्लाई इकट्ठा करने के लिए दुनिया से बोला झूठ

वाशिंगटन, एपी। चीन के वुहान से शुरू हुआ कोरोना वायरस वैश्विक स्तर पर अबतक 2 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। चीन पर कोरोना महामारी की जानकारी छिपाने का आरोप लग रहा है। इस बीच एक खुफिया दस्तावेज के मुताबिक अमेरिकी अधिकारियों का मानना ​​है कि चीन ने कोरोना वायरस प्रकोप की गंभीरता को दुनिया से सामने समय से नहीं रखा। ऐसा चीन ने महामारी से लड़ने के लिए मेडिकल सप्लाई को इकट्ठा करने के लिए किया, ताकि वह इस वायरस से मुकाबला कर सके।

एसोसिएटेड प्रेस द्वारा प्राप्त की गई होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के एक चार-पृष्ठ की रिपोर्ट के अनुसार चीनी नेताओं ने जनवरी की शुरुआत में दुनिया से महामारी की गंभीरता का जानबूझकर छुपाया। इससे पहले राज्य के सचिव माइक पोम्पिओ ने रविवार कोकहा था कि कोरोना वायरस के प्रसार के लिए चीन को जिम्मेदार और जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

वहीं, चीन के खिलाफ तीखी बयानबाजी को लेकर ट्रंप प्रशासन के आलोचकों ने वायरस के प्रति सरकार की प्रतिक्रिया को अपर्याप्त और धीमा बताया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राजनीतिक विरोधियों का कहना है कि घर में आलोचना से बचने के लिए ही प्रशासन ने चीन की आलोचना कर ध्यान भटकानेकी कोशिश कर रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस की गंभीरता के बारे में जानकारी छिपाते हुए चीन ने आयात में वृद्धि की और चिकित्सा आपूर्ति के निर्यात में कमी की। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन ने जनवरी में विश्व स्वास्थ्य संगठन को सूचित कर दिया था कि कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने वाली बीमारी है।

chat bot
आपका साथी