COVID-19 से जूझ रहे देशों को अमेरिका इस साल जून तक देगा 8 करोड़ वैक्सीन, भारत को हो सकता है लाभ

अमेरिका इस साल जून के अंत तक कोविड से जूझ रहे देशों की मदद के लिए 80 मिलियन यानी 8 करोड़ अमेरिकी टीके भेजेगा। इसके अलावा अमेरिका ने कहा कि हम अपनी अतिरिक्त आपूर्ति से डोनेट करना जारी रखेंगे।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Thu, 20 May 2021 04:21 PM (IST) Updated:Thu, 20 May 2021 04:21 PM (IST)
COVID-19 से जूझ रहे देशों को अमेरिका इस साल जून तक देगा 8 करोड़ वैक्सीन, भारत को हो सकता है लाभ
COVID19 से जूझ रहे देशों को अमेरिका इस साल जून तक देगा 8 करोड़ वैक्सीन

वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका ने तरफ से एक बयान जारी करते हुए बताया गया है कि वह जल्द कोरोना से जूझ रहे देशों की मदद के लिए वैक्सीन भेज रहा है। बताया गय कि अमेरिका इस साल जून के अंत तक कोविड से जूझ रहे देशों की मदद के लिए 80 मिलियन यानी 8 करोड़ अमेरिकी टीके भेजेगा। अमेरिका ने कहा, 'हम अपनी अतिरिक्त आपूर्ति से डोनेट करना जारी रखेंगे। आने वाले हफ्तों में हम हमारी टीका वितरित करने से जुड़ी अन्य बातों पर जानकारी देंगे।'

US will send 80mn US vaccines to help countries battling COVID19 by end of June of this year. We’ll continue to donate from our excess supply as that supply is delivered to us. We’ll have more to say about how they’re distributing vaccines in coming weeks: Dy Spox, US State Dept pic.twitter.com/rdovnlYRVv

— ANI (@ANI) May 20, 2021

राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को घोषणा की थी कि संयुक्त राज्य अमेरिका जून के अंत तक फाइजर-बायोएनटेक, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन के कोविड -19 टीकों की 20 मिलियन खुराक यानी दो करोड़ की शिपिंग अनिर्दिष्ट जरूरतमंद देशों में शुरू करेगा। वहीं, इसके अलावा बताया गया था कि एस्ट्राजेनेका के 60 मिलियन शॉट्स यानी 6 करोड़ डोज भी दी जानी है। बता दें कि यह पहली बार था जब अमेरिका ने अपने देश में स्वीकृत वैक्सीन अन्य देशों को देने की घोषणा की थी।

बाइडन ने कहा था कि वे फाइजर, बायाएनटेक, माडर्ना, जानसन एंड जानसन और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन अन्य देशों को देने की योजना बना चुके हैं। हालांकि, अन्य वैक्सीनों की तरह एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को अमेरिका में इस्तेमाल की अनुमति नहीं मिली है। बाइडन ने कहा था कि दुनिया का कोई भी देश अमेरिका से ज्यादा वैक्सीन विदेश नहीं भेजेगा। 

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