रायगंज के विधायक कृष्ण कल्याणी ने भाजपा को कहा बाय-बाय

कैचवर्ड राजनीति -कृष्ण कल्याणी का तृणमूल में जाने की अटकले तेज -छोड़ने की वजह सांसद देव

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 06:13 PM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 06:13 PM (IST)
रायगंज के विधायक कृष्ण कल्याणी ने भाजपा को कहा बाय-बाय
रायगंज के विधायक कृष्ण कल्याणी ने भाजपा को कहा बाय-बाय

कैचवर्ड : राजनीति

-कृष्ण कल्याणी का तृणमूल में जाने की अटकले तेज

-छोड़ने की वजह सांसद देवश्री चौधरी को बताया

-29 सिंतबर को कृष्ण कल्याण को किया गया था शो काज, जिला में भाजपा शून्य

-कालियागंज के भाजपा विधायक सौमेन राय ने पिछले महीने थामा था तृणमूल का झंडा

-कृष्ण कल्याणी विधानसभा चुनाव से पूर्व तृणमूल से भाजपा में हुए थे शामिल

संवाद सूत्र,रायगंज : आखिरकार रायगंज विधायक कृष्ण कल्याणी ने भाजपा से नाता तोड़ ही लिया। हालाकि उन्होंने अभी तक तृणमूल या किसी अन्य दलों में जाने के बारे में कोई पत्ता नहीं खोला है, लेकिन उन्होंने साफ तौर पर कह दिया कि स्थानीय सासद देवश्री चौधरी के साथ एक पार्टी में रहना नामुमकिन है। शुक्रवार को पत्रकारों से रूबरू होकर विधायक ने उक्त आशय की जानकारी दी है।

उल्लेखनीय है कि विगत कई दिनों से रायगंज के एक मात्र भाजपा विधायक कृष्ण की मुरली की तानों में विद्रोह की तल्खी सुनाई पड़ रही थी। उन्होंने स्थानीय सासद देवश्री चौधरी और भाजपा जिलाध्यक्ष वासुदेव सरकार पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कुछ दिन पहले पार्टी के समस्त कार्यक्रम से खुद को अलग करने की घोषणा कर दी थी। आरोपों में सासद का संसदीय क्षेत्र से गायब रहना, जनता के हित में काम नहीं करना, उन्हें विधानसभा चुनाव में हराने की साजिश रचना, जीत के बाद पार्टी में अलग थलग रखने व अपमानित करने की योजना बनाना, पार्टी के अंदर गुटबाजी करना आदि उल्लेखनीय है। फिर निजी पार्टी कार्यालय में लगे पोस्टर में देवश्री की तस्वीर को ढक दिया गया और बाद में उस पोस्टर को ही हटा दिया गया था। इतना ही नहीं उन्होंने इस सबके पीछे भाजपा के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को भी जिम्मेवार ठहरा दिया था। इस बीच 29 सितंबर 2021, गुरुवार को भाजपा प्रदेश कमेटी के अनुशासन रक्षा प्रशाखा के अनुशसा पर प्रदेश उपाध्यक्ष प्रताप बनर्जी ने उन्हें इन गतिविधियों को पार्टी विरोधी ठहराते हुए तीन दिनों के अंदर जबाब देने के लिए कारण बताओ नोटिश जारी कर दिया और इस प्रकार की गतिविधि से विरत रहने के लिए सतर्क कर दिया। जिसके प्रतिक्रिया स्वरूप विधायक ने शो-कॉज पाने के साथ-साथ ही भाजपा छोड़ने का ऐलान कर दिया। इसी के साथ उत्तर दिनाजपुर जिला में भाजपा विधायक की संख्या शून्य पर आ गई। सनद रहे कि 2021 के विधानसभा चुनाव में उत्तर दिनाजपुर जिला के 9 सीटों में से दो सीटें यथा कालियागंज और रायगंज में भाजपा की जीत हुई थी। कालियागंज के विधायक सौमेन राय पहले ही तृणमूल के खेमे में शामिल हो चुके हैं और अब रायगंज के विधायक कृष्ण कल्याणी पार्टी से नाता तोड़ लिए।

गौरतलब है कि कृष्ण कल्याणी एक समाजसेवी के रूप में परिचित हैं। विधानसभा चुनाव के ठीक पहले वे तृणमूल को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। विरासत में मिली राजनीतिक सूझ-बूझ और समाजसेवा से मिली जन समर्थन के दम पर वे विधानसभा चुनाव में तृणमूल के जिलाध्यक्ष कन्हैयालाल अग्रवाल और काग्रेस के जिलाध्यक्ष मोहित सेनगुप्त जैसे सधे हुए राजनीतिक व्यक्तित्व को हराकर जीत हासिल की थी। उनका कहना है कि वे जन सेवा करने के लिए विधायक बने हैं न कि षडयंत्र की राजनीति करने के लिए। इस संदर्भ में सासद देवश्री चौधरी की कोई भी टिप्पणी सामने नहीं आयी। जिलाध्यक्ष का कहना है कि यह राज्य कमेटी

की पहल है इसलिए प्रदेश नेतृत्व ही इस पर कोई मंतव्य दे सकते हैं।

कैप्शन : विधायक कृष्ण कल्याणी

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