विधायक कन्हैया लाल अग्रवाल सहित नौ पार्षद तृकां में शामिल

- पूर्व मंत्री नाराज, तृकां में गुटीय झगड़े की संभावना बढ़ी जागरण संवाददाता, उत्तर दिनाजपुर : इस्ला

By Edited By: Publish:Wed, 28 Sep 2016 06:44 PM (IST) Updated:Wed, 28 Sep 2016 06:44 PM (IST)
विधायक कन्हैया लाल अग्रवाल सहित नौ पार्षद तृकां में शामिल

- पूर्व मंत्री नाराज, तृकां में गुटीय झगड़े की संभावना बढ़ी

जागरण संवाददाता, उत्तर दिनाजपुर : इस्लामपुर के विधायक व नगरपालिका अध्यक्ष कन्हैया लाल अग्रवाल नौ कांग्रेस पार्षदों के साथ तृकां में शामिल हो गये। बुधवार को अधिकारिक तौर पर कोलकाता के तृकां भवन में सांसद अभिषेक मुखर्जी ने कन्हैया अग्रवाल समेत कांग्रेस के नौ पार्षदों को तृकां की सदस्यता देने का एलान करने के साथ ही पार्टी को नियम नीति पर चलने का मंत्र दिया। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने इनके तृकां में शामिल होने की घोषणा की थी। इसके तहत बुधवार को इन्हें सदस्यता दी।

इधर, कन्हैया लाल अग्रवाल के तृकां में शामिल होने को लेकर राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इससे तृकां की गुटबाजी बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। इसका मुख्य कारण राज्य सरकार के पूर्व मंत्री व उत्तर बंग विकास परिषद के सलाहकार कमेटी के चेयरमैन अब्दुल करीम चौधरी को कन्हैया लाल अग्रवाल के तृकां में शामिल होने से नाराजगी है। ज्ञात हो कि पूर्व मंत्री के समर्थकों ने कन्हैया लाल को तृकां में शामिल नहीं किया जाय इस मांग को लेकर बीते शनिवार को जुलूस निकाली थी। इसके अलावा बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री व तृकां सुप्रीमो द्वारा तृकां के उपाध्यक्ष व सांसद मुकुल राय व परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी की मौजूदगी में मुर्शिदाबाद में तृकां में शामिल हो रहे थे उस समय भी करीम चौधरी के समर्थक इस्लामपुर के विधायक को तृकां में शामिल होने का विरोध कर जुलूस निकाल रहे थे। पूर्व मंत्री करीम चौधरी का स्पष्ट कहना है कि तृकां कार्यकर्ता व विधायक कन्हैया लाल अग्रवाल को अपना नेता नहीं मानेंगे। वहीं परिहवन मंत्री व उत्तर दिनाजपुर के तृकां के पर्यवेक्षक शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो निर्णय लेती है कि किसे पार्टी में लेना है और किसे नहीं लेना है। हालांकि विधायक को वरिष्ठ नेता करीम चौधरी को साथ लेकर चलने की हिदायत दी गई है। कन्हैया लाल अग्रवाल ने कहा कि इस्लामपुर के विकास के लिए पूर्व मंत्री को साथ लेकर काम करने में उन्हें कोई परेशानी नहीं है। ज्ञात हो कि नगरपालिका क्षेत्र समेत पूरा विधान सभा क्षेत्र में विकास कार्य एक तरह से ठप हो गई थी। नगरपालिका बोर्ड पर कांग्रेस या कन्हैया का कब्जा रहेगा या नहीं इसे लेकर राजनीतिक खींचतान चल रही थी हाल ही में नगरपाल का विरोध करते हुए पूर्व उपनगरपाल मुजफ्फर हुसैन ने कांग्रेस छोड़ दी एवं मुजफ्फर हुसैन के साथ भाजपा के दो वार्ड पार्षद भी तृकां में शामिल हो गये थे तो नगरपालिका बोर्ड को लेकर राजनीतिक खींचतान स्पष्ट नजर आने लगी, लेकिन अचानक कन्हैया लाल के तृकां में शामिल होने की संभावना की खबर का पूर्व मंत्री ने खुले तौर पर विरोध करने लगे। बाद में खुद मुख्यमंत्री ने उन्हें तृकां में शामिल होने का हरा संकेत दिया और आठ कांग्रेस पार्षद व नगरपालिका अध्यक्ष सहित कुल नौ पार्षद तृकां में शामिल हो गये।

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