बंगाल में बांधों की ड्रेजिंग नहीं होने से बने बाढ़ जैसे हालातः ममता बनर्जी

Mamata Banerjee. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए मुख्यसचिव के नेतृत्व में 24 घंटे संचालित होने वाले मॉनिटरिंग सेल खोलने की घोषणा की।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Tue, 01 Oct 2019 07:03 PM (IST) Updated:Tue, 01 Oct 2019 07:03 PM (IST)
बंगाल में बांधों की ड्रेजिंग नहीं होने से बने बाढ़ जैसे हालातः ममता बनर्जी
बंगाल में बांधों की ड्रेजिंग नहीं होने से बने बाढ़ जैसे हालातः ममता बनर्जी

जागरण संवाददाता, कोलकाता। बंगाल के कुछ जिलों में बाढ़ की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डीवीसी पर बिना बताए बांध से पानी छोड़ने का आरोप लगाया है और कहा है कि केंद्र को बार-बार बताने के बावजूद फरक्का जैसे बांध की उचित ड्रेजिंग नहीं की जाती, जिसका नतीजा राज्य को भुगतना पड़ता है। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए मुख्यसचिव के नेतृत्व में 24 घंटे संचालित होने वाले मॉनिटरिंग सेल खोलने की घोषणा की।

मंगलवार को राज्य सचिवालय नवान्न में पत्रकारों से मुखातिब ममता बनर्जी ने कहा कि फरक्का बैराज में उचित ड्रेजिंग की कमी के कारण आज राज्य के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी है, अगर बैराज में समुचित ड्रेजिंग की गई होती तो अधिक पानी वहन करने की क्षमता बढ़ी होती। डीवीसी की ओर से अगर पानी छोड़ने से पहले जानकारी दी जाती तो हम लोगों को बाढ़ को लेकर आगाह कर कर पाते और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जा सकते थे।

उन्होंने कहा कि मालदा, मुर्शिदाबाद जैसे जिलों में कुछ मंत्री बाढ़ की स्थिति का मुआयना करने जाएंगे और आवश्यकता अनुसार मैं भी वहां जाऊंगी।

उल्लेखनीय है कि पड़ोसी राज्य बिहार, झारखंड व दक्षिण बंगाल में बीते दिनों हुई लगातार बारिश से राज्य के सभी डैम लबालब भरे हैं। सोमवार को ही डीवीसी ने लगभग 70,000-75,000 क्यूसेक पानी छोड़ा है, जिसके परिणामस्वरूप ज्यादातर डेल्टा क्षेत्र में बाढ़ आ गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल काफी हद तक नौका के समान है, पड़ोसी मुल्क नेपाल, भूटान के अलावा पड़ोसी राज्य झारखंड, बिहार में अधिक बारिश होती है तो इसका असर राज्य पर पड़ता है कि क्योंकि पानी का रुख बंगाल की ओर हो जाता है।

मालदा में बाढ़ की स्थिति भयावह, दो लाख लोग फंसे; तीनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर

लगातार हो रही बारिश से मालदा जिले में पिछले कई दिनों से बाढ़ की स्थिति काफी भयावह बनी हुई है। जिले के मुख्य रूप से तीन नदियों में गंगा व फुलाहार नदी का जल स्तर खतरे के निशान से उपर बह रहा है। वही, महानंदा नदी मालदा शहर के बगल से खतरे के निशान के करीब बह रही है।

बता दें कि पिछले कई दिनों से लगातार बारिश से मालदा के अधिकांश इलाके जलमग्न हो गए है। इसे लेकर इंग्लिशबाजार नगरपालिका ने लोगों के बीच आपातकालीन सेवा पहुंचाने के लिए कर्मचारियों की छुट्टियों को रद कर दिया है। लगातार बारिश से शहर के करीब 11 वार्ड जलमग्न हो गए हैं।

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