भाजपा-तृणमूल समर्थकों में झड़प, पुलिस पर पथराव

लिलुआ के जगदीशपुर इलाके में गुरुवार रात दो लोगों के बीच हुआ विवाद राजनीतिक संघर्ष में तब्दील हो गया। पेशे से राजमिस्त्री और स्थानीय साइकिल दुकान के मालिक के बीच हुए विवाद के बाद मामला मारपीट व एक-दूसरे पर हमले तक पहुंच गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Jan 2020 04:00 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jan 2020 04:00 PM (IST)
भाजपा-तृणमूल समर्थकों में झड़प, पुलिस पर पथराव
भाजपा-तृणमूल समर्थकों में झड़प, पुलिस पर पथराव

जागरण संवाददाता, हावड़ा : लिलुआ के जगदीशपुर इलाके में गुरुवार रात दो लोगों के बीच हुआ विवाद राजनीतिक संघर्ष में तब्दील हो गया। पेशे से राजमिस्त्री और स्थानीय साइकिल दुकान के मालिक के बीच हुए विवाद के बाद मामला मारपीट व एक-दूसरे पर हमले तक पहुंच गया। बाद में इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के समर्थक आमने-सामने आ गए। दोनों दलों के समर्थकों में मारपीट हुई। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रात को ही तीन लोगों को हिरासत में ले लिया, हालांकि रात को ही उनमें से एक को छोड़ दिया गया। भाजपा ने इसपर आपत्ति जताते हुए कहा कि तृणमूल समर्थक होने के कारण उसे छोड़ दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार लिलुआ के जगदीशपुर स्थित देवीपाड़ा इलाके में राजमिस्त्री और साइकिल दुकान के मालिक के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। कुछ देर बाद विवाद खत्म हो गया। इसके कुछ देर बाद वहां नशे की हालत में कई दर्जन लोग पहुंचे और साइकिल दुकान मालिक की ओर से राजमिस्त्री की पिटाई करने लगे। स्थानीय लोगों ने जब मारपीट की घटना का विरोध किया तो नशे में धुत उत्पाती लोग स्थानीय लोगों से मारपीट करने लगे। इलाके में हिंसा की खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला। कार्रवाई करते हुए इनमें से तीन लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले गई, हालांकि बाद में इनमें से एक को छोड़ दिया गया। भाजपा का आरोप है कि जिसे पुलिस ने छोड़ दिया, वह तृणमूल समर्थक है। पुलिस के इस व्यवहार के खिलाफ गुरुवार रात को ही भाजपा समर्थकों ने सड़क पर टायर जलाकर विरोध किया। वहां पहुंची पुलिस को देखकर भाजपा समर्थक कथित तौर पर हिंसक हो उठे। आरोप है कि वे लोग पुलिस पर पत्थर फेंकने लगे, जिसमें चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति को काबू में किया। फिलहाल इलाके में भय के माहौल को देखते हुए पुलिस की तैनाती की गई है। स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व का कहना है कि घटना में पार्टी का हाथ नहीं है। भाजपा की शह पर कुछ लोग इलाके में हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं।

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