विरोध: ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ टीएमसी ने लगातार दूसरे दिन बंगाल में किया प्रदर्शन

तृणमूल का आरोप केंद्र की भाजपा सरकार को लोगों की परवाह नहीं कोविड-19 महामारी के बीच ईंधन की बढ़ती कीमतें आम लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर रही हैं।बंगाल में पेट्रोल 101 रुपये प्रति लीटर से अधिक और डीजल 92 रुपये प्रतिलीटर से अधिक के मूल्य पर बिक रहा है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Mon, 12 Jul 2021 09:46 AM (IST) Updated:Mon, 12 Jul 2021 09:46 AM (IST)
विरोध: ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ टीएमसी ने लगातार दूसरे दिन बंगाल में किया प्रदर्शन
ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ टीएमसी ने लगातार दूसरे दिन बंगाल में किया प्रदर्शन

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं ने ईंधन की बढ़ती कीमतों के विरोध में रविवार को लगातार दूसरे दिन पूरे बंगाल में प्रदर्शन किया। कोविड-19 महामारी के बीच ईंधन की बढ़ती कीमतें आम लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर रही हैं। बंगाल में पेट्रोल 101 रुपये प्रति लीटर से अधिक और डीजल 92 रुपये प्रतिलीटर से अधिक के मूल्य पर बिक रहा है, जबकि घरेलू रसोई गैस का दाम 861 रुपये प्रति सिलेंडर पर पहुंच गया है।

इधर, पार्टी नेतृत्व द्वारा बढ़ती कीमतों के विरोध में दो दिवसीय धरना प्रदर्शन के आह्वान के बाद कोलकाता के पाइकपारा, बागुईआटी, चेतला और बेहला सहित अन्य महत्वपूर्ण चौराहों पर लगातार दूसरे दिन विरोध प्रदर्शन जारी रहा। बेलघरिया, बोलपुर, कटवा, रानीगंज और सिलीगुड़ी के अलावा राज्य के अन्य हिस्सों में भी प्रदर्शन हुए।उत्तर कोलकाता के पाइकपारा में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले टीएमसी विधायक अतिन घोष ने कहा कि पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कीमतों में लगातार वृद्धि ने आम लोगों पर बोझ डाला है।

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार को लोगों की परवाह नहीं है, उन्हें केवल राजस्व और बड़ी तेल कंपनियों के हितों की चिंता है। बागुईआटी में प्रदर्शन स्थल पर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने लकड़ी जलाकर चूल्हे पर खाना बनाया और उपस्थित लोगों को भोजन परोसा। तृणमूल विधायक अदिति मुंशी ने कहा, ‘‘यह सांकेतिक विरोध है। ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी हमें पीछे धकेल रही है और हम ऐसे चूल्हे और बैलगाड़ियों के युग में वापस जा रहे हैं।’’ 

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