किसानों की समस्या को लेकर किसान मोर्चा के नेताओं के साथ राज्यपाल से मिले सुवेंदु, सौंपा ज्ञापन

सिंगुर को राज्य में किसान आंदोलन के गढ़ में से एक कहा जाता है। वाममोर्चा को बंगाल की सत्ता से हटाने और 2011 में ममता बनर्जी के सत्ता में आने के पीछे सिंगुर आंदोलन ही प्रमुख कारण माना जाता है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 11 Dec 2021 10:15 PM (IST) Updated:Sat, 11 Dec 2021 10:15 PM (IST)
किसानों की समस्या को लेकर किसान मोर्चा के नेताओं के साथ राज्यपाल से मिले सुवेंदु, सौंपा ज्ञापन
किसान मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने समस्याओं से राज्यपाल को कराया अवगत

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सिंगुर को राज्य में किसान आंदोलन के गढ़ में से एक कहा जाता है। वाममोर्चा को बंगाल की सत्ता से हटाने और 2011 में ममता बनर्जी के सत्ता में आने के पीछे सिंगुर आंदोलन ही प्रमुख कारण माना जाता है। एक समय सिंगूर में जबरन भूमि अधिग्रहण के खिलाफ ममता के आंदोलन की आज भी चर्चा होती है। वहीं, अब राज्य में मुख्य विपक्षी भाजपा उसी सिंगुर में किसानों के लिए आंदोलन करने जा रही है।

भाजपा का आरोप है कि राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार किसानों के प्रति उदासीन है। इसके खिलाफ प्रदेश भाजपा ने सिंगुर में 14, 15 और 16 दिसंबर को धरना देने का निर्णय किया है। इन सबके बीच इस मुद्दे पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को पार्टी के किसान मोर्चा के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल जगदीप धनखड़ से राजभवन जाकर मुलाकात की। किसानों की समस्याओं से राज्यपाल को अवगत कराते हुए प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा।

राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सुवेंदु ने कहा कि लंबे समय से कहा जा रहा है कि किसान संकट में हैं लेकिन राज्य सरकार किसानों के प्रति उदासीन है।उन्होंने कहा कि बारिश के कारण आलू, अमन धान और सर्दियों की सब्जियां खेत में ही नष्ट हो गईं। ऐसे में किसान संकट में हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले पर चर्चा के लिए राज्य के मुख्य सचिव से भी मिलने की उन्होंने कोशिश की थी। लेकिन, मुख्य सचिव के बाहर होने की वजह से यह संभव नहीं हो सका।

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