अब एयरपोर्ट की प्रीपेड टैक्सियों में लगेगा विशेष टैग

विधाननगर कमिशनरेट की पहल पर अब एयरपोर्ट की प्रीपेड टैक्सियों में 'आरएफआइडी' नामक विशेष टैग लगाने की कवायद शुरू की गई है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Sat, 30 Jun 2018 10:34 AM (IST) Updated:Sat, 30 Jun 2018 02:03 PM (IST)
अब एयरपोर्ट की प्रीपेड टैक्सियों में लगेगा विशेष टैग
अब एयरपोर्ट की प्रीपेड टैक्सियों में लगेगा विशेष टैग

कोलकाता, जागरण संवाददाता। विधाननगर कमिशनरेट की पहल पर अब एयरपोर्ट की प्रीपेड टैक्सियों में 'आरएफआइडी' नामक विशेष टैग लगाने की कवायद शुरू की गई है। इसमें टैक्सी चालक का नाम और उसकी गाड़ी का नंबर दर्ज होगा।

एयरपोर्ट की प्रीपेड बूथ से टैक्सी बुक करने वाले यात्रियों को जो पर्ची दी जाएगी, उसमें संबंधित टैक्सी चालक का नाम और उसकी गाड़ी का नंबर छपा होगा। इसका फायदा यह होगा कि कभी किसी यात्री का बैग किसी टैक्सी में छूट गया, तो वह उसका नंबर बता सकेगा, जिसमें सामान छूटा है। इसके अलावा कोई टैक्सी चालक किसी यात्री से बदसलूकी करेगा, तो उसकी भी आसानी से पहचान हो सकेगी।

इसके अलावा टैक्सी किराया कार्ड या ऑनलाइन भी चुकाने की व्यवस्था की जाएगी। इस नए व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी एक गैर सरकारी संस्था को दी गई है। विधाननगर कमिशनरेट के एक अधिकारी का मानें तो एक माह के भीतर ही यह सेवा चालू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। नए 'आरएफआइडी' की मदद से विधाननगर पुलिस कंट्रोल रूप से बैठे-बैठे ही मॉनेटरिंग की जा सकेगी।

पुराना नियम वर्तमान में सभी प्रीपेड टैक्सियां एक-एक कर पुराने टर्मिनल के पास बने पार्किग लॉट में पहुंचती है। वहां से टैक्सी वे तक जाने पर वाहन का नंबर और चालक का नाम एक खाता में लिख लिया जाता है। फिर यात्री लेकर बाहर निकलने पर दोबारा टैक्सी चालक का ना, उसकी गाड़ी का नंबर और यात्री का नाम लिखा जाता है। अगर किसी का सामान छूट जाता या किसी यात्री से कोई चालक बदसलूकी करता है, तो उसका पता लगाने में पुलिस को काफी समय लग जाता है।

नया नियम पार्किग लॉट से बाहर निकलने पर टैक्सी में आरएफआइडी टैग लगा दिया जाएगा। इसी टैग में टैक्सी नंबर और चालक का पूरा विवरण मौजूद रहेगा। इसका स्कैन करने के बाद उक्त टैक्सी को टैक्सी वे में भेजा जाएगा। इस तरह गाड़ी नंबर से लेकर चालक चक की पूरी सूची कम्प्यूटर के सॉफ्टवेयर में दर्ज हो जाएगा।

यात्री के बैठने पर उसे जो चलान दिया जाएगा उसमें चालक और गाड़ी संबंधी पूरी जानकारी होगी। जब चालक यात्री को लेकर एयरपोर्ट से बाहर निकलेगा, तो दोबारा आरएफआइडी टैग का स्कैन किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग विधाननगर कमिशनरेट में बैठे-बैठे किया जा सकेगा। इससे समय की बर्बादी और झंझट से मुक्ति मिलेगी। 

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