बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत मुख्यालय में हिंदी दिवस पर उच्च अधिकारियों समेत जवानों को किया गया अलंकृत

हिंदी दिवस समारोह के मौके पर हिंदी भाषा की महत्‍वता और उसकी नितांत आवश्‍यकता को याद दिलाता राजरहाट स्थित सीमांत मुख्यालय में भव्य समारोह का आयोजन। बीएसएफ डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित करते कार्यवाहक महानिरीक्षक अजीत कुमार टेटे।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 08:12 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 08:12 PM (IST)
बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत मुख्यालय में हिंदी दिवस पर उच्च अधिकारियों समेत जवानों को किया गया अलंकृत
हिंदी दिवस पर कोलकाता के राजरहाट स्थित सीमांत मुख्यालय में भव्य समारोह आयोजित।

 राज्य ब्यूरो, कोलकाता : देशभर में 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। य‍ह दिन हिंदी भाषा की महत्‍वता और उसकी नितांत आवश्‍यकता को याद दिलाता है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल सीमांत, कोलकाता भी प्रत्येक वर्ष हिंदी दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाता रहा है और इस दौरान हिंदी में उत्कृष्ट किए के लिए पुरुस्कार से भी अलंकृत करता रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को हिंदी दिवस पर कोलकाता के राजरहाट स्थित सीमांत मुख्यालय में भव्य समारोह का आयोजन किया गया।

दैनिक कामकाज में हिंदी में कार्य करने की प्राथमिकता पर दिया जोर

इस दौरान अधिकारियों ने हिंदी के गौरव को बरकरार रखने और इसके महत्व को पराकाष्ठा पर ले जाने के लिए अपने दैनिक कामकाज में हिंदी में कार्य करने की प्राथमिकता पर जोर दिया। इस मौके पर दैनिक कामकाज में हिंदी के प्रति अतुल्य योगदान देने के लिए अपने कार्मिकों को पुरस्कार से अलंकृत भी किया।

डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरियाहिंदी में उत्कृष्ट प्रतिभा पर प्रथम पुरुस्कार से किए अलंकृत

समारोह की शुरुआत में दक्षिण बंगाल सीमांत बीएसएफ के कार्यवाहक महानिरीक्षक अजीत कुमार टेटे ने उपस्थित अधिकारियों व कार्मिकों को राजभाषा प्रतिज्ञा दिलाई। इस दौरान उन्होंने हिंदी कामकाज में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाले कार्मिकों को अपने हाथों से अलंकृत किया। इस पुरुस्कार समारोह में एक अधिकारी का नाम हिंदी प्रकोष्ठ में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया जिन्होंने एक लाख से अधिक शब्दों का श्रुतलेख देकर रिकार्ड स्थापित किया है।

प्रोत्साहन योजना के तहत प्रदान की गई नगद राशि

ये अधिकारी सुरजीत सिंह गुलेरिया, उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) हैं, जिन्हें महानिरीक्षक द्वारा हिंदी में उत्कृष्ट प्रतिभा को लेकर प्रथम पुरुस्कार से अलंकृत किया गया। इसके तहत उन्हें प्रशस्ति पत्र के साथ 5,000 हजार रुपये की नगद पुरस्कार राशि, गृह मंत्रालय के प्रोत्साहन योजना के तहत प्रदान की गई।

एक स्वर में डीआइजी गुलेरिया का तालियों के साथ स्वागत व प्रशंसा

इस दौरान सभी ने एक स्वर में हिंदी में उत्कृष्ट प्रतिभा व इसे प्रोत्साहित करने के लिए डीआइजी गुलेरिया का तालियों के साथ स्वागत किया और उनकी जमकर प्रशंसा की। इनके साथ ही कमांडेंट प्रवीण कुमार, कमांडेंट अनिल कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी अखिलेश कुमार एवं सहायक कमांडेंट डी. कुम्भारे सहित कुल 31 कार्मिकों को भी इस पुरस्कार से अलंकृत किया गया।

जीवनशैली व कार्यालय में अधिक से अधिक हिंदी के प्रयोग पर जोर

पुरस्कार वितरण के बाद कार्यवाहक महानिरीक्षक अजीत कुमार टेटे ने समारोह में शामिल सभी कार्मिकों को संबोधित करते हुए अपनी मातृभाषा के गौरव को बढ़ाने के लिए दैनिक जीवन व कामकाज में ज्यादा से ज्यादा हिंदी के प्रयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह हमारी राजभाषा ही नहीं है, बल्कि यह हमारा गौरव है।

लोगों में हिंदी के प्रति रुझान बढ़ाना भी हमारा कर्तव्य है : बिहारी झा

अपनी राजभाषा का अपनी बोलचाल व कामकाज में अधिक से अधिक प्रयोग कर हिंदी भाषा को पराकाष्ठा पर लेकर जाना तथा लोगों में हिंदी के प्रति रुझान बढ़ाना भी हमारा कर्तव्य है। इस मौके पर निरीक्षक (हिंदी अनुवादक) बिहारी झा ने राजभाषा हिंदी का सम्मान विषय पर स्वरचित कविता पाठ कर हिंदी दिवस पर उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों को हिंदी के मान- सम्मान के बारें में अवगत कराया।

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