International Kolkata Book Fair: सीएए के लाभ पर लिखी गई 6000 से अधिक किताबें बिकीं

पुस्तक मेले में बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा सीएए के खिलाफ लिखी गई पुस्तक भी बिकी।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Sun, 09 Feb 2020 10:41 PM (IST) Updated:Sun, 09 Feb 2020 10:42 PM (IST)
International Kolkata Book Fair: सीएए के लाभ पर लिखी गई 6000 से अधिक किताबें बिकीं
International Kolkata Book Fair: सीएए के लाभ पर लिखी गई 6000 से अधिक किताबें बिकीं

जागरण संवाददाता, कोलकाता। अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के स्टाल (स्टाल नं. 370) पर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के लाभों पर लिखी गईं पुस्तिकाओं की 6000 से अधिक प्रतियां बेची गईं। स्टाल लगाने वाले व्यक्ति ने बताया कि शनिवार तक यह बिक्री हुई। इस पुस्तिका में कहा गया है कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से प्रताड़ित गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता संशोधन कानून के तहत भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी।

विहिप के स्टाल पर अयोध्या में राम मंदिर एवं जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने की जरूरत पर आधारित शीर्षकों के संग्रह भी रखे गए थे। बताया गया कि इन दोनों पुस्तकों की भी उच्च मांग थी। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के स्टाल पर प्रस्तावित एनआरसी तथा सीएए पर पुस्तिकाओं की 800 प्रतियां बिकी। स्टाल लगाने वाले की तरफ से बताया गया कि पुस्तक मेले के 10वें दिन तक इतनी संख्या में ये पुस्तकें बेची गई।

सीएए के खिलाफ ममता की पुस्तक भी बिकी

पुस्तक मेले में बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा सीएए के खिलाफ लिखी गई पुस्तक भी बिकी। उनके प्रकाशक के अनुसार पुस्तक के लोकार्पण के छह दिन बाद पुस्तकें बिक गई। बताया गया कि सीएए और प्रस्तावित एनआरसी के विरोध तथा समर्थन में अन्य लेखकों द्वारा लिखी गई पुस्तकों की भी 12 दिवसीय पुस्तक मेले में अच्छी-खासी मांग थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा लिखित 'नागरिकता आतंको' (नागरिकता का डर) की 1,000 प्रतियां बिकी। इसे 4 फरवरी को लांच किया गया था। यह पुस्तक तृणमूल कांग्रेस के स्टाल पर बेची गई।

विवादों के बीच समापन

कोलकाता के साल्टलेक स्थित सेंट्रल पार्क में 29 जनवरी से शुरू हुए को 44वें अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले का अंतिम दिन विवादों भरा रहा। पुस्तक मेले के अंतिम दिन कोलकाता के विभिन्न विश्वविद्यालय व कॉलेज के छात्रों ने सीएए और एनआरसी के विरोध में करुणामयी से सेंट्रल पार्क तक एक रैली निकाली थी, लेकिन सेंट्रल पार्क पहुंचने से पहले ही पुलिस ने रैली को रोक दिया, जिससे छात्रों और पुलिस के बीच विवाद शुरू हो गया। इस दौरान छात्र और पुलिस के बीच हलकी नोंक-झोंक भी हुई। इसके बाद छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान छात्रों ने सीएए-एनआरसी के विरोध में नारे भी लगाए। इसको देखते हुए एहतियातन पुलिस को सात नंबर गेट बंद करना पड़ा। गेट बंद होने से पुस्त मेले में पहुंचे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

हनुमान चालीसा की बिक्री को लेकर विवाद

पुस्तक मेले में लगे विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के स्टॉल पर हनुमान चालीसा की बिक्री को लेकर विवाद शुरू हो गया। विवाद के बाद के विहिप को अपना स्टॉल बंद करना पड़ा। इस तरह विवादों के बीच अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले का समापन हुआ। शनिवार को भी पुस्तक मेले में पहुंचे भाजपा नेता राहुल सिन्हा को छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा था। इस दौरान वाम समर्थित छात्रों के एक वर्ग ने राहुल सिन्हा को घेर कर सीएए और एनआरसी के विरोध में नारे लगाए थे। इसको लेकर भाजपा और वाम समर्थकों के बीच झड़प देखने को मिला था।

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