Saradha Chit Fund: पूर्व पुलिस अफसर के घर पर CBI का छापा, कई अधिकारियों से हो चुकी पूछताछ

सीबीआइ ने 28 जुलाई को पूर्व वर्धमान जिले में दिलीप हाजरा के घर पर छापेमारी की। केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि सीबीआइ ने छापे में कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Fri, 31 Jul 2020 07:27 PM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2020 07:27 PM (IST)
Saradha Chit Fund: पूर्व पुलिस अफसर के घर पर  CBI का छापा, कई अधिकारियों से हो चुकी पूछताछ
Saradha Chit Fund: पूर्व पुलिस अफसर के घर पर CBI का छापा, कई अधिकारियों से हो चुकी पूछताछ

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बहुचर्चित हजारों करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में सीबीआइ ने बंगाल सरकार द्वारा घोटाले की जांच के लिए वर्ष 2013 में गठित की गई विशेष जांच टीम (एसआइटी) के सदस्य रहे पूर्व पुलिस अधिकारी दिलीप हाजरा के घर पर छापेमारी की। यह जानकारी शुक्रवार को सीबीआइ सूत्रों से मिली है।

सीबीआइ ने 28 जुलाई को पूर्व वर्धमान जिले में दिलीप हाजरा के घर पर छापेमारी की। केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि सीबीआइ ने छापे में कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं। हाजरा अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। वे उस समय बिधाननगर पुलिस आयुक्तालय में तैनात थे। वर्ष 2013 में घोटाले का पता चलने के बाद ममता सरकार ने विशेष जांच टीम(एसआइटी)गठित की थी जिसमें हाजरा भी शामिल थे। उनसे शुरुआती दौर में सीबीआइ द्वारा एसआइटी की प्रारंभिक जांच के संबंध में पूछताछ की गई थी।

बंगाल सरकार ने 2013 में विधाननगर पुलिस के तत्कालीन पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में सारधा चिटफंड घोटाले की जांच के लिए एसआइटी गठित की थी। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में इस मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) को हस्तांतरित कर दिया। लाखों निवेशकों के खून-पसीने की कमाई लूट ली गई। इससे घोटाले में राज्य के सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं और मंत्रियों की गिरफ्तारी हुई थी। वे सभी अब जमानत पर बाहर हैं। सारधा समूह के संस्थापक सुदीप्त सेन और उनकी करीबी सहयोगी देबजानी मुखर्जी, जिन्हें 2013 में कश्मीर से गिरफ्तार किया गया था। इस समय जेल में हैं। एसआइटी के कई सदस्यों से सीबीआइ ने पूछताछ की है, जिनमें कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार समेत कई और अधिकारी शामिल हैं।

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